पूर्णिया: चैती नवरात्र के विजयादशमी के अवसर पर लोग जहां पूजा-पाठ और खुशी मनाने में व्यस्त थे। इन सबके बीच जयमंगला वाहिनी परिवार के रक्तवीर एवं रक्तवीरांगनाओं ने बड़ी ऐघु स्थित चैती दुर्गा मंदिर परिसर में भव्य रक्तदान शिविर का आयोजन किया।
रक्तदान शिविर आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य लोगों के मन में फैली भ्रांति को दूर करना व रक्तदान के प्रति जागरूक करना था।शिविर में 101 से लोगों ने रक्तदान किया।रक्तदान शिविर का उद्घाटन सदर अस्पताल के सिविल ब्लड बैंक प्रभारी उमाशंकर एवं बेगूसराय के सिरमौर कविवर प्रफुल्ल चंद मिश्रा ने किया।
रक्तदान कर रहे वाहिनी परिवार के रक्तदान सह प्रमुख प्रभाष ने बताया कि वो जीवन का नौवां रक्तदान कर रहे है। अपने रक्तदान के अनुभव को बताते हुए उन्होंने कहा कि अगर रक्तदान करने से कमजोरी आती तो वो अपने जीवन का नौवां रक्तदान नहीं कर रहे होते।
मनोज वत्स ने अपने जीवन का 55 वां रक्तदान करते हुए कहा कि नियमित रक्तदान करने लोगों को हार्ट अटैक कम आने का खतरा होता है। रक्तदान कर रहे ब्लड बैंक के डाटा एंट्री ऑपरेटर आसिफ ने बताया कि रक्तदान करके किसी का जीवन तो बचा ही रहे है। इससे भी पता चलता है कि आप खुद स्वस्थ है अथवा नहीं।
इस अवसर पर जयमंगला वाहिनी के सुमित ने लगातार नौ दिन तक नवरात्र साधना में रहने के बावजूद अपने जीवन का 22वां रक्तदान किया। जबकि नवरात्र के शुरुआती दिनों से भगवती की आराधना में तल्लीन केशव ने भी अपने जीवन का 14वां रक्तदान किया। सुमित एवं केशव ने कहा कि रक्तदान करने से शरीर में कोई कमी नहीं होती है। बल्कि नई ऊर्जा का संचार होता है।
ब्लड बैंक प्रभारी उमाशंकर ने जयमंगला वाहिनी परिवार के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि समाज हित के लिए लगातार जयमंगला वाहिनी कैम्प लगाकर रक्तदान शिविर का आयोजन समय-समय पर करते रहती हैं। जयमंगला वाहिनी के कर्मठ युवाओं ने एक नई मिसाल कायम कर दी है।
इस मौके पर नीरज, अमन, अवनीश, अमन, खुशबू, छोटू गुप्ता, राजेश, अभिजीत, ज्योति पाठक एवं कमलदीप सहित अन्य युवाओं ने रक्तदान किया। इस अवसर पर ब्लड बैंक कर्मी नीतीश तथा संजय, शंकर, प्रभाकर, अमर, रिपु सम्राट एवं रमेश राजा सहित जयमंगला वाहिनी के सभी सदस्य उपस्थित थे।