बिहार

यक्ष्मा उन्मूलन जिले की 100 पंचायतों को बनाया जाएगा ‘टीबी मुक्त पंचायत’

Admin Delhi 1
15 May 2023 12:11 PM GMT
यक्ष्मा उन्मूलन जिले की 100 पंचायतों को बनाया जाएगा ‘टीबी मुक्त पंचायत’
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मधुबनी न्यूज़: जिले में राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत टीबी मुक्त पंचायत अभियान की शुरुआत होगी. जिले में 100 पंचायतों को टीबी मुक्त पंचायत बनाने की दिशा में पहल होगी. अभियान की शुरुआत सीएम व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव करेंगे. उसके बाद सभी जिलों में पहल शुरू कर दी जाएगी. अभियान के तहत 100 पंचायतों का चयन किया जाएगा. सीडीओ डॉ. जीएम ठाकुर ने बताया कि 1000 जनसंख्या पर 50 संदिग्धों की खोज होगी. मरीज मिलने पर प्रतिवर्ष उस पंचायत में अभियान चलाया जाएगा. दो से कम मरीज मिलने पर पंचायत को टीबी मुक्त माना जाएगा. डॉ ठाकुर ने बताया जिले के चयनित प्रखंड के चयनित पंचायत के वार्ड, ग्राम को टीबी मुक्त ग्राम पंचायत के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. जिसके तहत कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. रोगियों के इलाज के साथ आमजन को जागरूक किया जाएगा. अभियान के सफलता के लिए इसकी प्रक्रियातेज कर दी गई. टीबी मुक्त पंचायत बनाने के लिए जनप्रतिनिधि, चिकित्साकर्मी, टीबी चैम्पियन और आमजन की ओर से कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा.

विभिन्न गतिविधियों का होगा आयोजन अभियान के तहत ग्राम पंचायतों को पूर्ण रूप से टीबी मुक्त करने करने के लिए सक्रिय टीबी खोज अभियान, स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन, विद्यालयों में चित्रकला प्रतियोगिता, वाद-विवाद प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता, रंगोली प्रतियोगिता, नारा लेखन एवं ग्राम सभाओं में टीबी उन्मूलन की शपथ का आयोजन किया जाएगा.

पंचायतों से ही टीम का होगा गठन

डीपीसी पंकज कुमार ने बताया कि अभियान के तहत जिले के चिन्हित पंचायत में स्थानीय स्तर पर टीम का गठन किया जाएगा. जिसमें मुखिया,सरपंच, उप सरपंच, पंचायत सचिव, टोला सेवक, जीविका दीदी, चिकित्सा अधिकारी, सीएचओ, एएनएम, आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, शिक्षक, टीबी चैंपियन शामिल होंगे. अभियान के तहत संबधित ग्राम पंचायत में एक्टिव केस फाईंडिग, स्वास्थ्य शिविर, सामुदायिक जागरूकता के लिए बैठक का आयोजन किया जाएगा. इन टीमों द्वारा ग्राम पंचायतों में विभिन्न गतिविधियां के माध्यम से जन जागरूकता फैलाकर कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार किया जाएगा. टीबी चौंपियंस द्वारा सामुदायिक बैठक आयोजित कर लोगों को जागरूक किया जाएगा.

यह है अभियान का मुख्य उद्देश्य

डॉ ठाकुर ने बताया अभियान का मुख्य उद्देश्य आमजन में जागरूकता पैदा कर टीबी के प्रति समुदाय में फैली भ्रांतियां एवं भेदभाव को कम करना, टीबी रोगियों को शीघ्र निदान और उपचार दिलवाना, टीबी के बारे में आमजन को जागरूक कर संभावित टीबी रोगी को जांच के लिए प्रेरित करना, टीबी रोगियों और उनके परिवारों को परामर्श आदि सहायता उपलब्ध करवाना है. उन्होंने लोगों से अपील की है कि किसी भी मरीज का पता चलने पर उसे तुरंत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर ले जाएं और जांच कराकर सम्पूर्ण उपचार कराएं. उपचार के दौरान टीबी मरीज को हर माह 500 रुपये पोषण भत्ते के रूप में सीधे उसके बैंक खाते में भेजे जाते हैं.

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