असम

जिरिबाम-इम्फाल नई रेल लाइन परियोजना का कार्य लगातार जारी

Shantanu Roy
24 Dec 2022 11:32 AM GMT
जिरिबाम-इम्फाल नई रेल लाइन परियोजना का कार्य लगातार जारी
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गुवाहाटी। भारतीय रेल कई नई रेल लाइन परियोजनाओं को निष्पादित कर पूर्वोत्तर राज्यों के परिवर्तन की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। जिरिबाम-इम्फाल नई रेल लाइन परियोजना पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण कनेक्टिविटी परियोजनाओं में से एक है, जो पूर्ण होने के प्रगति स्तर पर है। अन्य कनेक्टिविटी परियोजनाओं के अलावा, मणिपुर की राजधानी इम्फाल को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने के लिए इस नई रेल लाइन परियोजना के लिए भी काम जोरों पर चल रहा है। जिरिबाम-इम्फाल परियोजना ने पहले ही 91.78 प्रतिशत की वास्तविक प्रगति हासिल कर ली है। पूर्वोत्तर सीमा रेल (पूसीरे) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सब्यसाची डे ने शुक्रवार को बताया है कि जिरिबाम-इम्फाल रेल परियोजना के निर्माण में कठिन इलाकों में कई सुरंगें एवं पुल शामिल हैं और जो 110 किमी से अधिक दूरी तक फैला है। 52 सुरंगों में से 48 का कार्य पहले ही पूरा हो चुका है। इस परियोजना में कुल 11 प्रमुख पुल होंगे, 7 पुलों की उपसंरचना और 5 पुलों की अधिसंरचना पूरी हो चुकी है।
129 छोटे पुलों में से 110 का कार्य भी पूरा कर लिया गया है। इस परियोजना में 141 मीटर की ऊंचाई वाले खंभे पर रेलवे पुल भी बनाया जा रहा है, जो दुनिया में सबसे ऊंचा है और यह पूरा होने वाला है। परियोजना का मार्ग 11 रेलवे स्टेशनों को कवर करेगा, जिनमें से छह पूरे हो चुके हैं। पूरी परियोजना की अनुमानित लागत लगभग 14,322 करोड़ रुपये है। जिरिबाम से खोंगसांग तक के खंड को पहले ही चालू कर दिया गया है और पूरी परियोजना को दिसंबर, 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य है। परियोजना पूर्ण होने के बाद, इम्फाल पहुंचने के लिए वर्तमान में सड़क द्वारा 10 घंटे की यात्रा रेलवे द्वारा करीब 2.5 घंटे में पूरी की जायेगी। यह परियोजना मणिपुर के लोगों को बढ़ी हुई कनेक्टिविटी प्रदान करेगी, क्षेत्र में लघु उद्योगों को विकसित करने और राज्य के पर्यटन को बढ़ावा देने में मदद करेगी। यह राज्य द्वारा आवश्यक वस्तुओं को तेजी से प्राप्त करने में भी मदद करेगा और राज्य के स्थानीय उत्पादकों को राज्य के बाहर अपने उत्पादों को तेजी से निर्यात करने में सहयोग करेगा।
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