असम न्यूज: असम का एक पुलिस अधिकारी, जिसने कथित तौर पर एक पुलिस स्टेशन के अंदर एक लड़की को परेशान किया था और 26 जून से फरार था, गुरुवार को गुवाहाटी रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी अधिकारी बिमान रॉय पर थाने में एक किशोरी की अश्लील तस्वीरें लेने का आरोप है। पीडि़ता को नलबाड़ी के घोगरापार पुलिस स्टेशन में हिरासत में लिया गया था। घटना 26 जून को सामने आई। रॉय कथित तौर पर गुवाहाटी रेलवे स्टेशन पर बेहोश पाया गया। उसे गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (जीएमसीएच) ले जाया गया।
जीएमसीएच के अधीक्षक अभिजीत सरमा ने कहा, "एक अज्ञात व्यक्ति को जीएमसीएच ले जाया गया। मरीज का ग्लासगो कोमा स्केल (जीसीएस) कम था।" सरमा ने आगे कहा, "उसका इलाज किया जा रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि उसे फूड पॉइजनिंग हो गया है। उसका जीसीएस अभी भी कम है। हालांकि, इसके अलावा वह ठीक है। अभी उसके परिवार का एक सदस्य उसके साथ है। उसकी पहचान बिमान रॉय के रूप में की गई है।" यह घटना पहली बार 26 जून को सामने आई जब एक नाबालिग लड़की ने घोगरापार पुलिस स्टेशन के तत्कालीन प्रभारी बिमान रॉय के बारे में पुलिस से शिकायत की। लड़की ने आरोप लगाया कि अधिकारी ने उसकी अश्लील तस्वीरें लीं और जेल के भीतर अन्य अधिकारियों के सामने उसे अपमानित किया।
बताया जाता है कि 21 जून को पीड़ित लड़की कथित तौर पर अपने प्रेमी के साथ भाग गई थी, लेकिन उन्हें पुलिस ने पकड़ लिया और घोगरापार थाने ले जाया गया। उस शाम उन दोनों को जेल में रखा गया। लड़की ने अपनी शिकायत में कहा, "एसआई ने मुझे अपने कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया, लेकिन मैंने इससे इनकार कर दिया। फिर उसने मुझे धमकी दी। मैंने डर कर अपने कपड़े उतार दिए। एसआई ने मेरी नग्न तस्वीर खींची और परेशान करने की कोशिश की।" सुबह मैंने एक महिला पुलिस अधिकारी को घटना की जानकारी दी थी, लेकिन उन्होंने मुझे चुप रहने के लिए कहा।''
शिकायत के बाद असम के डीजीपी जी.पी. सिंह ने आरोपी रॉय के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी और आरोपी अधिकारी को सेवा से बर्खास्त कर दिया। सिंह ने ट्विटर पर लिखा: "मेरी समझ में यह दुर्लभतम मामला है, और इसलिए असम के पुलिस महानिदेशक और पुलिस बल के प्रमुख के रूप में, और मौजूदा कानून तथा नियमों के अनुसार, मैंने असम पुलिस में इंस्पेक्टर ( यूबी) बिमान रॉय को बर्खास्त करने का फैसला किया है।