असम (Assam) अतीत में मानव तस्करी (Human traficking) का केंद्र रहा है. कोरोना काल (Corona) में इसकी हालत और खराब हो गई. पिछले दो वर्षों में इसमें और तेजी देखी गई. मई 2020 में कोरोना के कारण पूरे देश में संपूर्ण लॉकडाउन लगा था. 15 वर्षीय मीना रे (बदला हुआ नाम) को शादी का झांसा देकर असम के कोकराझार जिले के उसके गांव से तस्करी कर लाया गया और उसे पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी शहर के वेश्यालय में बेच दिया गया. हालांकि, बाल कार्यकर्ताओं और पुलिस की मदद से उसे एक महीने बाद बचाया गया और उसे वापस लाया गया. जांच से पता चला कि असम के बोंगईगांव जिले के एक 35 वर्षीय व्यक्ति, जो पोल्ट्री व्यवसाय में शामिल था, उसने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर रे से दोस्ती की और उसे सिलीगुड़ी ले गया. असम के विशेषज्ञों का मानना है कि रे की मानव तस्करी असम के कई मामलों में से एक था, जो पिछले दो वर्षों के दौरान कोरोना महामारी शुरू होने के बाद हुआ था.