Jorhat जोरहाट: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा है कि रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण जोरहाट-डिब्रूगढ़ कॉरिडोर को विकसित करने के प्रयास जोरों पर चल रहे हैं। 143 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग कॉरिडोर का उद्देश्य इस महत्वपूर्ण मार्ग में निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करना और भविष्य में उत्पन्न होने वाली आवश्यकताओं को पूरा करना है। यह महत्वपूर्ण कॉरिडोर जोरहाट, शिवसागर, डेमो, मोरन और डिब्रूगढ़ जैसे प्रमुख स्थानों को जोड़ेगा और इस बुनियादी ढांचे की परियोजना को आधुनिक सुविधाओं के साथ बनाया जा रहा है। इस कॉरिडोर का उन्नयन विभिन्न पहलुओं में फायदेमंद होगा।
यह डिगबोई रिफाइनरी जैसे महत्वपूर्ण स्थलों तक आसान पहुंच प्रदान करेगा और साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए रसद जुटाना भी सरल और सुविधाजनक बना देगा। इसके अलावा, यह व्यापार और औद्योगीकरण को भी सुविधाजनक बनाएगा, जिसके परिणामस्वरूप, नौकरियां और रोजगार के अवसर अपने आप पैदा होंगे। इस बीच, परियोजना के कार्यों को 5 कॉरिडोर में विभाजित किया गया है, जिनकी औसत प्रगति 75 प्रतिशत है। 143 किलोमीटर लंबे इस खंड में से 75.5 किलोमीटर में 4 लेन की सड़कें होंगी, जबकि शेष 67.8 किलोमीटर में 2 लेन की सड़कें होंगी। इसके अलावा, इस परियोजना में 12 वाहन अंडरपास, 8 पैदल यात्री अंडरपास, 2 प्रमुख पुल और 4.2 किलोमीटर तक आपातकालीन लैंडिंग सुविधा शामिल है।