राज्य का स्वास्थ्य विभाग चराइदेव जिले की स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है, जहां आयरन फोलिक टैबलेट (आईएफए) लेने के बाद 52 छात्र बीमार पड़ गए थे। समाचार लिखे जाने तक सोनारी सिविल अस्पताल में भर्ती सभी 52 छात्रों को मेडिकल टीम द्वारा जांच के बाद छुट्टी दे दी गयी है. एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, पातसाकु ब्लॉक पीएचसी के अंतर्गत बटाउ उप-केंद्र की एक स्वास्थ्य टीम ने सबसे पहले खेरानीपाथर एलपी स्कूल के 75 छात्रों को आईएफए की गोलियां वितरित कीं। स्वास्थ्य टीम बाद में 26 छात्रों को टैबलेट वितरित करने के लिए निमालिया एलपी स्कूल गई।
दोनों विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति में आईएफए टैबलेट का वितरण किया गया। स्वास्थ्य टीम ने टेबलेट बांटने से पहले बच्चों को खाली पेट टैबलेट का सेवन न करने की सलाह दी थी। कुछ देर बाद स्वास्थ्य टीम को स्कूल के अधिकारियों से सूचना मिली कि प्रत्येक स्कूल से दो-दो बच्चे उल्टी और पेट दर्द की शिकायत कर रहे हैं. उन्हें तुरंत इलाज के लिए सोनारी सिविल अस्पताल ले जाया गया। बाद में दोनों स्कूलों के 48 अन्य बच्चों को जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया। सिविल अस्पताल में उपस्थित चिकित्सकों द्वारा सभी भर्ती बच्चों की जांच की गई और एडीसी-स्वास्थ्य, अंचल अधिकारी व स्वास्थ्य अधिकारियों की उपस्थिति में जांच के बाद छुट्टी दे दी गई. चराइदेव के उपायुक्त ने भी सिविल अस्पताल का दौरा किया और डॉक्टरों, बच्चों और अभिभावकों से बातचीत की। विज्ञप्ति में कहा गया है कि स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है और आगे किसी आपात स्थिति के लिए निगरानी की जा रही है।