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इन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही दल-बदल हुआ तेज जानें
Apurva Srivastav
11 Jan 2022 6:21 PM GMT
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विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही दल-बदल का खेल शुरू हो गया है। भाजपा के कई विधायक पार्टी छोड़कर दूसरे दलों का दामन थाम रहे हैं
विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही दल-बदल का खेल शुरू हो गया है। भाजपा के कई विधायक पार्टी छोड़कर दूसरे दलों का दामन थाम रहे हैं तो दूसरे दलों के कई विधायक भी भाजपा के पाले में आ रहे हैं। इसी कड़ी में मंगलवार को उप्र के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने दो विधायकों के साथ भाजपा से इस्तीफा दे दिया। पंजाब के मुख्यमंत्री और पंजाब लोक कांग्रेस के अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर सिंह की बुआ के पुत्र अरविंद खन्ना मंगलवार को भाजपा में शामिल हुए। गोवा में मंगलवार को कला एवं संस्कृति मंत्री गोविंद गौड़े ने विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। मणिपुर में भी पार्टी बदलने का क्रम जारी है। भाजपा में शामिल होने के एक दिन बाद सोमवार को मणिपुर के कांग्रेस विधायक चाल्टोनलिएन अमो ने भी इस्तीफा दे दिया।
स्वामी का मंत्री पद से इस्तीफा, भाजपा छोड़ सपा में होंगे शामिल
लखनऊ। बसपा सरकार में लंबे समय तक मायावती के खासमखास रहे स्वामी प्रसाद मौर्य ने पांच वर्ष तक सत्ता की सवारी करने के बाद चुनाव से ऐन पहले भाजपा भी छोड़ दी। मंगलवार सुबह सपा मुखिया अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद उन्होंने राज्यपाल को कैबिनेट मंत्री पद से अपना इस्तीफा भेज दिया। भाजपा पर उन्होंने दलित व पिछड़ों की उपेक्षा का आरोप लगाया। उनका सपा में जाना लगभग तय है। स्वामी प्रसाद मौर्य उत्तर प्रदेश की राजनीति में चर्चित चेहरा हैं। वह योगी सरकार में श्रम एवं सेवायोजन मंत्री का पद संभाल रहे थे, जबकि उनकी बेटी डा. संघमित्रा मौर्य भाजपा से ही बदायूं की सांसद हैं।
चुनाव की घोषणा के साथ ही कई बड़े नेताओं के पाला बदलने की चर्चा तेज हो गई थी। इनमें प्रमुख रूप से स्वामी प्रसाद मौर्य का भी नाम था। मंगलवार को पहले चरण की सीटों के प्रत्याशियों को लेकर हुई बैठक में भाग लेने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह सहित सभी बड़े नेता दिल्ली रवाना हुए कि स्वामी प्रसाद ने विक्रमादित्य मार्ग स्थित जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट का रुख कर लिया।
वहां हुई मुलाकात की तस्वीर सपा मुखिया ने ट्विटर पर डाली ही थी कि स्वामी के खास माने जाने वाले शाहजहांपुर से भाजपा विधायक रोशन लाल वर्मा, स्वामी प्रसाद का कैबिनेट पद से इस्तीफा लेकर राजभवन पहुंच गए। इससे साफ हो गया कि रोशन लाल भी पार्टी छोड़ेंगे। इस बीच कानपुर के बिल्हौर से भाजपा विधायक भगवती प्रसाद सागर और बांदा की तिंदवारी सीट से भाजपा विधायक बृजेश कुमार प्रजापति ने भी इस्तीफा दे दिया। रोशन लाल सहित तीनों ही विधायक मौर्य खेमे के हैं और बसपा से उनके साथ ही भाजपा में आए थे।
यह है मौर्य के त्यागपत्र में
मा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मंत्रिमंडल में श्रम एवं सेवायोजन एवं समन्वय मंत्री के रूप में विपरीत परिस्थितियों व विचारधारा में रहकर भी बहुत ही मनोयोग के साथ उत्तरदायित्व का निर्वहन किया है, किंतु दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे-लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों के घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं।
पंजाब में कांग्रेस विधायक रहे अरविंद खन्ना भाजपा में शामिल, अकाली नेता गोशा भी गए
संगरूर। अरविंद खन्ना ने मंगलवार को दिल्ली में भाजपा की सदस्यता ली। अरविंद खन्ना ने 2002 में संगरूर और 2012 में धूरी से कांग्रेस टिकट पर विधानसभा चुनाव जीता था। दिल्ली के बड़े व्यवसायी अरविंद खन्ना ने 1997 में संगरूर में उम्मीद फाउंडेशन शुरू किया था। राजनीति के जानकारों के अनुसार अपनी संस्था के माध्यम से संगरूर में एक बड़े वर्ग तक पहुंच रखने वाले अरविंद खन्ना की भाजपा में एंट्री से संगरूर और बरनाला की राजनीति में कई नए समीकरण बनेंगे। वहीं, शिरोमणि अकाली दल (बादल) को लुधियाना में बड़ा झटका लगा है। पार्टी के यूथ विंग के जिला अध्यक्ष और तेजतर्रार नेता गुरदीप गोशा ने मंगलवार को अकाली दल को छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया है।
भाजपा में शामिल होने को गोवा के मंत्री का विधान सभा से इस्तीफा
पणजी। गोवा में भाजपा के दो विधायकों के इस्तीफे के एक दिन बाद मंगलवार को कला एवं संस्कृति मंत्री गोविंद गौड़े ने विधान सभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। निर्दलीय विधायक ने कहा कि वह जल्द ही भाजपा में शामिल होंगे। गौड़े ने कहा, मैंने तय कर लिया है कि आगामी चुनाव भाजपा के टिकट पर लड़ूंगा। मुझे लगता है कि निर्दलीय चुनाव लडऩा मुझे मेरे निर्वाचन क्षेत्र तक ही सीमित कर देता है।
बता दें, गोवा के मंत्री माइकल लोबो और भाजपा विधायक प्रवीण जांत्ये ने पार्टी के साथ ही विधानसभा से सोमवार को इस्तीफा दे दिया था। लोबो राज्य सरकार में बंदरगाह एवं कचरा प्रबंधन विभाग का प्रभार संभाल रहे थे। लोबो के कांग्रेस में शामिल होने की संभावना है। पिछले एक माह में भाजपा के चार विधायक पार्टी छोड़ चुके हैं, जबकि तीन विधायक कांग्रेस के रवि नाइक, निर्दलीय रोहन खौंटे और गोवा फारवर्ड के जयेश सालगावकर भाजपा में शामिल हुए हैं।
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