अरुणाचल प्रदेश

बड़े रैकेट का खुलासा- हाथी को मारने के लिए इस राज्य से शूटर बुलाता था तस्कर

Gulabi Jagat
14 April 2022 8:43 AM GMT
बड़े रैकेट का खुलासा- हाथी को मारने के लिए इस राज्य से शूटर बुलाता था तस्कर
x
बड़े रैकेट का खुलासा
झारखंड के चाईबासा के मंझारी थाना क्षेत्र के बहुचर्चित हाथ दांत की तस्करी मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुकदमा दर्ज किया है। अब हाथी दांत के तस्करों के खिलाफ मनी लांड्रिंग अधिनियम के तहत पूरे मामले का अनुसंधान होगा। साथ ही चाईबासा के आसपास के जंगलों में हाथी दांत तस्करी में शामिल आरोपितों की संपत्ति भी कुर्क करेगा।
सितंबर 2020 में चाईबासा जिले के तत्कालीन कुमारडुंगी के प्रभारी वनपाल हरिश चंद्र चातोंबा ने मंझारी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार 19 सितंबर को मंझारी थाना क्षेत्र के दुबिला जंगल के काली टीका कोचा में एक हाथी के मरने की सूचना पर जब वनपाल पहुंचे तो देखा कि हाथी मृत पड़ा है और उसके दांत कटे हुए हैं। तब झाडिय़ों में छुपाकर रखे गए हाथी के दो दांत भी बरामद किए गए थे।
जांच के दौरान यह जानकारी मिली थी कि गोपाल बिरुवा उर्फ राजा बिरुवा के खेत में किसान ने ही चारों तरफ से तार का घेराव कर बिजली प्रवाहित कर दिया था। हाथी की बिजली करंट से मौत के बाद उसी ने हाथी के दांत को भी काटा था। जांच में यह भी बात सामने आई थी कि एक आरोपित कृष्णा बिरुवा हाथी को मारने के लिए अरुणाचल प्रदेश से शूटर भी बुलाता था।
साथ ही ओडिशा के जसीपुर थाना क्षेत्र के अब्दुल मजिद को हाथी का दांत बेचता था। इस पूरे प्रकरण में मंझारी थाने में कृष्णा बिरुवा, पूरनचंद बिरुवा, सुरेश कुंकल, बिनोद गगराई, कृष्णा हेम्ब्रम, त्रिलोचन तिरिया, लखन तिरिया व सलाय पिगुवा के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
Next Story