अरुणाचल प्रदेश

असम : गुवाहाटी और सिलचर के बीच बड़ी लाइन रेल संपर्क जुलाई के अंत तक पूरी तरह से बहाल हो जाएगा

Nidhi Markaam
24 Jun 2022 10:24 AM GMT
असम : गुवाहाटी और सिलचर के बीच बड़ी लाइन रेल संपर्क जुलाई के अंत तक पूरी तरह से बहाल हो जाएगा
x

पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के महाप्रबंधक अंशुल गुप्ता ने कहा है कि असम के दो प्रमुख शहरों गुवाहाटी और सिलचर के बीच बड़ी लाइन रेल संपर्क जुलाई 2022 के अंत तक पूरी तरह से बहाल हो जाएगा। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के महाप्रबंधक ने बातचीत में यह जानकारी देते हुए बताया कि मध्य असम के दीमा हसाओ जिले में भूस्खलन से तबाह ट्रैक पर बहाली का काम जोरों पर चल रहा है और अधिकांश दरारों की मरम्मत कर दी गयी है।

रिपोर्टों के अनुसार 15 महत्वपूर्ण स्थानों में 60 से अधिक दरार या टूट हुए हैं। गुप्ता ने कहा, हम युद्ध स्तर पर बहाली का काम कर रहे हैं और मुझे उम्मीद है कि 12 जुलाई तक काम खत्म हो जाएगा तथा गुवाहाटी से सिलचर के लिए ट्रेन सेवाओं की पूरी बहाली जुलाई के अंत तक शुरू हो सकती है। गौरतलब है कि मई के दूसरे सप्ताह से लुमडिंग डिवीजन के लुमडिंग-बदरपुर पहाड़ी खंड में भारी बारिश के साथ-साथ हुए भयंकर भूस्खलन के कारण लगभग 85 किलोमीटर रेलवे ट्रैक प्रभावित हुआ था। इस खंड में 61 से अधिक स्थानों पर रेलवे ट्रैकों में टूट या दरारें आयीं हैं, जिसके परिणामस्वरूप पहाड़ी राज्यों त्रिपुरा, मिजोरम, मणिपुर और असम के कुछ हिस्सों में रेल संचार बाधित हुआ। गुप्ता ने हालांकि, कहा कि सेवाओं को फिर से शुरू करना मौसम पर भी निर्भर करेगा यदि उस दौरान बारिश नहीं होती है तो जुलाई के अंत तक सामान्य ट्रेन सेवाएं फिर से शुरू हो जाएंगी।

उल्लेखनीय है कि गौहाटी उच्च न्यायालय द्वारा रेलवे अधिकारियों को असम राज्य में लुमडिंग से सिलचर तक बड़ी रेल रेलवे लाइन का निर्माण करते समय कथित रूप से सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन नहीं करने के लिए नोटिस जारी किए गए हैं। ऑल बराक यूथ स्टूडेंट्स एसोसिएशन द्वारा दायर एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए, कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश एन कोटिस्वर सिंह के साथ-साथ न्यायमूर्ति सौमित्र सैकिया की खंडपीठ ने हाल ही में रेल मंत्रालय, रेलवे बोर्ड और पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे क्षेत्र को नोटिस का जवाब देने के लिए चार सप्ताह का समय दिया था। याचिका में उल्लेख किया गया कि बराक घाटी, त्रिपुरा, मणिपुर और मिजोरम से जुडऩे के लिए छोटी लाइन को बड़ी लाइन में बदलने का काम 1996-97 में स्वीकृत किया गया था और इसे वर्ष 2004 में एक राष्ट्रीय परियोजना घोषित किया गया था। गत 21 नवंबर 2015 में बड़ी लाइन ट्रैक पर यात्री ट्रेनों की शुरुआत की गई थी।

Next Story