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अरुणाचल प्रदेश
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने दिखाई हरी झंडी, अब 'शीशे वाली ट्रेन' में ले सकेंगे जन्नत की सैर का मजा
Gulabi
20 Dec 2021 3:01 PM GMT
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अब ‘शीशे वाली ट्रेन’ में ले सकेंगे जन्नत की सैर का मजा
उत्तर-पूर्व भारत में व्यापार और टूरिज्म (Business and Tourism in North-East India) को बढ़ावा देने के लिए भारतीय रेल (Indian Rail) अपने नेटवर्क को और मजबूत करने की कोशिशों में लगी है. यात्रियों को बेहतर सुविधा और शानदार यात्रा अनुभव देने की दिशा में भारतीय रेल एक बड़ा कदम उठाने जा रही है. अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू (Arunachal Pradesh Chief Minister Pema Khandu) और केंद्रीय रेल राज्य मंत्री दर्शना जरदोश (Union Minister of State for Railways Darshana Jardosh) रविवार, 19 दिसंबर को सुबह 11 बजे गाड़ी संख्या 15908, नाहरलगुन-तिनसुकिया विस्टाडोम एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
इसके अलावा असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा (Assam Chief Minister Himanta Biswa Sarma), केंद्रीय रेल राज्य मंत्री दर्शना जरदोश (Union Minister of State for Railways Darshana Jardosh) के साथ मिलकर गाड़ी संख्या 12088, गुवाहाटी-नाहरलगुन शताब्दी एक्सप्रेस (विस्टाडोम कोच) को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. बताते चलें कि गुवाहाटी-नाहरलगुन रेल रूट चारों ओर से चाय के बागानों, हरे-भरे जंगलों और पहाड़ियों से घिरा हुआ है. ऐसे में विस्टाडोम कोच में बैठकर इस रूट पर सफर करना, जन्नत की सैर करने से कम नहीं होगा.
नाहरलगुन और तिनसुकिया के बीच चलने वाली विस्टाडोम एक्सप्रेस अपने यात्रियों को ब्रह्मपुत्र नदी के मनोरम दर्शन कराते हुए अपने गंतव्य तक पहुंचेगी. ये रेल रूट बोगीबील ब्रिज, चाय बागान और रेन फॉरेस्ट्स से होकर अपना सफर तय करेगी. ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि बड़े-बड़े शीशे की खिड़कियों और छतों वाली ट्रेन से इन नजारों को देखने के बाद कितना सुकून मिलेगा.
The #Vistadome railway service reaches Arunachal to enable people to travel in style and comfort.
— Pema Khandu པདྨ་མཁའ་འགྲོ་། (@PemaKhanduBJP) December 19, 2021
Flagged off Naharlagun-Tinsukia Vistadome train today joined virtually by MoS @DarshanaJardosh Ji.
The Naharlagun-Guwahati Shatabdi Vistadom service was also flagged off. pic.twitter.com/3286LX4re0
सिर्फ इतना ही नहीं, ये ट्रेनें सफर के दौरान अपने यात्रियों को हिमालयन रेंज के पर्वतों के भी दर्शन कराते हुए गंतव्य तक पहुंचेगी. इसके अलावा ये रेल रूट असम के ऐतिहासिक शहरों और कस्बों को भी कवर करेगी. रेलवे को पूरी उम्मीद है कि इन दोनों ट्रेनों की मदद से असम और अरुणाचल प्रदेश में टूरिज्म सेक्टर के साथ-साथ रेलवे को भी काफी लाभ मिलेगा.
विस्टाडोम कोच में कई अनूठी विशेषताएं होंगी जो पर्यटकों को काफी आकर्षित करेगी. विस्टाडोम कोच अत्याधुनिक कांच की खिड़कियों और सभी कांच की छत से सुसज्जित है, जो पर्यटकों को खुले आसमान, पहाड़ों, सुरंगों, पुलों, पहाड़ियों और हरे भरे जंगलों का 260 डिग्री दृश्य प्रदान करेगा. साइट देखने के उद्देश्य से इसमें अवलोकन लाउंज भी होंगे. कोच की रोटेशनल सीटें यात्रियों को अतिरिक्त आराम प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है.
विस्टाडोम की अन्य खास विशेषताओं में वाई-फाई आधारित यात्री सूचना प्रणाली. डिजिटल डिस्प्ले स्क्रीन के साथ यात्री मनोरंजन प्रणाली. स्वचालित स्लाइडिंग दरवाजे. बड़े प्रवेश द्वार. सीसी टीवी, सर्विलांस, फायर अलार्म सिस्टम, एलईडी डेस्टिनेशन बोर्ड. प्रेशराइज फ्लशिंग सिस्टम के साथ एफआरपी मॉड्यूलर शौचालय उपलब्ध है. इस ट्रेन की आधुनिक विशेषताएं पर्यटकों को अतिरिक्त आराम और सौंदर्य का अनुभव देने में सफल होगी.
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