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अरुणाचल बाढ़: भूस्खलन के बाद एक की मौत, तीन लापता
ईटानगर: पिछले कई दिनों से लगातार बारिश से अरुणाचल प्रदेश के कई जिलों में भूस्खलन और बाढ़ आ गई है, जिससे सतही संचार बाधित हो गया है, जबकि 18 जून से एक व्यक्ति की मौत हो गई और तीन अन्य लापता हो गए। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
प्रशासन सभी प्रभावित जिलों में सड़क संपर्क बहाल करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है।
पापुम पारे जिले के युपिया में रविवार को हुए भीषण भूस्खलन में एक 16 वर्षीय लड़के की मौत हो गई। लड़के की पहचान रेज हिली के रूप में हुई है, जो मोटरसाइकिल पर सवार था, जब वह मलबे के नीचे दब गया। बाद में उसका शव वहां से निकाला गया।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी मिंडू यांगजोम ने बताया कि घटना 18 और 19 जून की दरमियानी रात को कलाकतांग उपमंडल के अंगकलिंग गांव के पास हुई।
लापता लोगों के शव अभी तक नहीं मिल पाए हैं। डीडीएमओ ने कहा कि तलाशी अभियान जारी है।
इससे पहले, कुरुंग कुमे जिले में 19 अप्रैल को भूस्खलन के कारण तीन लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 16 मई को राज्य की राजधानी ईटानगर में भूस्खलन से पांच अन्य लोगों की मौत हो गई थी।
लगातार हो रही बारिश ने राज्य के कई जिलों में सड़क संपर्क को बाधित कर दिया है।
भूस्खलन के कारण चांगलांग जिले में मार्गेरिटा-चांगलांग रोड, पापुम पारे में होज-पोटिन रोड, पश्चिम कामेंग में बालेमू-बोमडिला रोड और अपर सुबनसिरी में ट्रांस अरुणाचल हाईवे, कुरुंग कुमे और कई अन्य जिले अवरुद्ध हैं।
आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी उपायुक्तों को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सतर्क रहने के निर्देश जारी किए हैं। विभाग शुरुआती चेतावनियों के लिए आईएमडी और सीडब्ल्यूसी जैसी एजेंसियों के साथ भी लगातार संपर्क में है।
प्रभावित लोगों को आश्रय देने के लिए सभी जिलों में राहत केंद्र बनाए गए हैं।
एक अधिकारी ने कहा कि राजधानी जिला प्रशासन ने बाढ़ और भूस्खलन की चपेट में आए 279 घरों को खाली कराने और स्थानांतरित करने का आदेश दिया है।
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस साल अप्रैल से अब तक राज्य के 87 गांवों में भूस्खलन और बाढ़ से 524 घरों को नुकसान पहुंचा है, जिससे कुल 11,000 लोग प्रभावित हुए हैं।