अरुणाचल प्रदेश

फॉर्च्यूनर चोरी कर नागालैंड-अरुणाचल प्रदेश में बेचने वाले 5 आरोपी गिरफ्तार

Kunti Dhruw
1 Nov 2021 2:12 PM GMT
फॉर्च्यूनर चोरी कर नागालैंड-अरुणाचल प्रदेश में बेचने वाले 5 आरोपी गिरफ्तार
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दो फॉर्च्यूनर कार चुराने के मामले में सेक्टर-26 क्राइम ब्रांच की टीम ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

पंचकूला। दो फॉर्च्यूनर कार चुराने के मामले में सेक्टर-26 क्राइम ब्रांच की टीम ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों से दोनों कार बरामद कर ली गई है। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर दस दिन के रिमांड लिया था। आरोपी सन्नी और अशोक को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है, जबकि आरोपी संदीप, सुरेंद्र, लिची रकशप को एक दिन के रिमांड पर लिया है। पंचकूला डीसीपी मोहित हांडा ने पत्रकारों को बातचीत में रविवार को यह जानकारी दी। सेक्टर-26 क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपी सन्नी, संदीप, अशोक जिला हिसार और सुरेंद्र निवासी सिरसा को 22 अक्तूबर को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पता चला कि आरोपी संदीप ने यह कार अरुणाचल प्रदेश के बांदर देवा के पुलिस कांस्टेबल लिची रकशप को बेची है। लिची रकशप से यह कार बरामद करने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।

अरुणाचल और नागालैंड में बेचने से गाड़ी
डीसीपी मोहित हांडा ने बताया कि वारदात सुलझाने के लिए क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर अमन कुमार के नेतृत्व में टीम गठित की गई। टीम ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की प्राथमिक पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह फॉर्च्यूनर कार पंचकूला से चोरी करके अरुणाचल प्रदेश और नगालैंड में सस्ते दामों पर बेचते थे। आरोपी संदीप सिंह पर पहले भी दिल्ली में गाड़ी चोरी के मामले दर्ज हैं। बाहरी राज्यों में चोरी की गाड़ी बेचने के लिए आगे संदीप के ही जानकार थे। जो अलग-अलग राज्यों में सस्ते दामों में बेच देते थे। वहीं आरोपी अशोक कुमार मिस्त्री का काम करता है। जो सन्नी की चोरी की गई कारों के तोड़े शीशे की जगह नए शीशे लगाता था। आरोपी सुरेंद्र चोरी की गई गाड़ी को संदीप के साथ बाहरी राज्यों में लेकर जाता था। वहीं गाड़ी खरीदने बेचने का काम करने वाले अरुणाचल पुलिस में तैनात रकशप को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वह गाड़ी को नागालैंड और अरुणांचल में सस्ते दामों में बेचता था।
ऐसे करते थे चोरी
पुलिस की पूछताछ में आरोपी सन्नी ने बताया कि वह पहले गाड़ी का शीशा तोड़ते थे। उसके बाद इलेक्ट्रॉनिक मशीन से चाबी बनाकर गाड़ी स्टार्ट करते थे। गाड़ी को चालू करने के लिए एक टैबलेट, एक एएमयू (एमुलेटर) खाली की और एक जैमर की जरूरत होती थी। एमुलेटर को टैबलेट के साथ लगाकर जीपीएस और सायरन जाम कर देते थे। इसके बाद वह गाड़ी स्टार्ट करने में कामयाब हो जाते जाते थे। पुलिस ने आरोपियों से एक टैबलेट, एक एएमयू (एमुलेटर) खाली की और एक जैमर, दो जीपीएस जैमर बरामद भी किए हैं।
यह था मामला
पुलिस ने बताया कि 26 सितंबर को सेक्टर-21 में घर के सामने खड़ी संजू लरोया की फॉर्च्यूनर चोरी हो गई थी। वहीं सेक्टर-7 घर के बाहर खड़ी प्रतिभा पाठक की गाड़ी भी 8 अक्तूबर को घर के बाहर से चोरी हो गई थी। डीसीपी ने केस दर्ज होने के बाद इसकी जांच सेक्टर-26 क्राइम ब्रांच की टीम को दी थी। जांच कर टीम ने यह सफलता हासिल की है।
पुलिस की ओर से मामले को सुलझा लिया गया है। दोनों फॉर्च्यूनर गाड़ी बरामद कर ली गई हैं। इस मामले में शामिल जो भी अन्य आरोपी शामिल हैं। पुलिस उन्हें भी जल्द ही गिरफ्तार कर लेगी। - मोहित हांडा, डीसीपी
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