चंडीगढ़। हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने अम्बाला निवासी युवक की संदिग्ध मौत के मामले में अम्बाला एसपी को एसआईटी गठित कर मामले की जांच के दिशा-निर्देश दिए। मृतक की मां का आरोप था कि युवक की हत्या की गई है जबकि पुलिस इसे सड़क हादसा मान रही है।
विज सोमवार को अपने आवास पर प्रदेश के कई जिलों से आए सैकड़ों लोगों की समस्याओं को सुन रहे थे। जनता दरबार आजकल नहीं लगने की वजह से अब प्रतिदिन उनके आवास पर फरियादियों की कतारें लग रही है। अम्बाला निवासी महिला ने गृह मंत्री अनिल विज को अपनी फरियाद देते हुए बताया कि पुलिस उसके बेटे की मौत को सड़क हादसा मान रही है जबकि कुछ आरोपियों ने शातिर तरीके से उसके बेटे की हत्या की है। मामले में मंत्री विज ने एसआईटी गठित करने के निर्देश दिए।
कुरुक्षेत्र से आए व्यक्ति ने आत्महत्या के लिए मजबूर करने के मामले में पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं करने के आरोप लगाए। फरियादी का आरोप था कि पुलिस ने अब तक एक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है। मंत्री विज ने मामले में एसपी कुरुक्षेत्र को कार्रवाई के निर्देश दिए।
गृह मंत्री अनिल विज के समक्ष कबूतरबाजी के मामले सामने आए जिन्हें कबूतरबाजी के लिए गठित एसआईटी को कार्रवाई के लिए भेजा गया। कैथल से आए व्यक्ति ने बताया कि उसके बेटे को कैनेडा भेजने के लिए एजेंट ने उनसे 30 लाख रुपए मांगे। उन्होंने अलग-अलग दिनों में 22 लाख रुपए की राशि एजेंट को दी। शेष राशि बेटे के कैनेडा पहुंचने पर देनी थी। मगर एजेंट ने न तो बेटे को कैनेडा भेजा और न ही राशि वास की।
इसी तरह करनाल निवासी महिला ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी को कैनेडा में पढ़ाई के लिए भेजना था। स्थानीय एजेंट ने 12 लाख रुपए मांगे और उन्होंने लगभग 9 लाख रुपए की राशि एजेंट को दी। एजेंट ने पासपोर्ट व अन्य दस्तावेज अपने पास जमा करा लिए, मगर आज तक उनकी बेटी को कैनेडा नहीं भेजा गया। मंत्री विज ने दोनों मामले एसआईटी को कार्रवाई के लिए भेजे।
गुरूग्राम में महिला से मारपीट मामले में मंत्री विज ने गुरूग्राम पुलिस कमिश्नर को केस दर्ज कर जांच के निर्देश दिए, नरवाना निवासी व्यक्ति ने फर्जी जीपीए बनाकर उसकी रजिस्ट्री कराने के आरोप लगाए, सिरसा निवासी महिला ने दुराचार मामले में कार्रवाई नहीं होने, पानीपत निवासी विवाहिता ने दहेज उत्पीड़न मामले में कार्रवाई नहीं होने, महिला ने पुलिस में कार्यरत अपने पति द्वारा उसे प्रताड़ित करने के आरोप लगाए एवं अन्य मामले सामने आए जिनपर मंत्री विज ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए।