आंध्र प्रदेश

मछुआरे के जाल में फंसी 'सोने की मछली', बाजार में बेचकर कमाए 2.90 लाख रूपये

Kunti Dhruw
29 March 2022 8:56 AM GMT
मछुआरे के जाल में फंसी सोने की मछली, बाजार में बेचकर कमाए 2.90 लाख रूपये
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अमरावती, कहा जाता है कि अगर किस्मत में कुछ है तो आपको जरूर मिलकर रहेगा, उसे कोई नहीं छीन सकता। अब ऐसा ही हुआ है एक मछुआरे के साथ। आंध्र प्रदेश में एक मछुआरे की किस्मत भी उस वक्त पलट गई, जब वह समंदर में रोज की तरह मछली पकड़ने निकला था। उसके जाल में रोजाना की तरह मछलियों तो आई लेकिन उनके साथ एक गोल्डन फिश (Golden fish) भी फंस गई। फिर क्या दुर्लभ प्रजाति की इस मछली ने शख्स को एक दिन में लखपति बना दिया।


जाल में फंसी बहुत ही दुर्लभ प्रजाति की कचिड़ी मछली
जानकारी के मुताबिक मछुआरा, ईस्ट गोदावरी जिले के अंतरवेदी का रहने वाला है, जो तटीय इलाके में मिनी फिशिंग हार्बर पर मछली पकड़ने के लिए गया था। ऐसे में जैसे ही उसने मछलियों के लिए जाल फेंका तो उसमें कचिड़ी मछली (kachidi Fish) जो एक बहुत ही दुर्लभ प्रजाति थी। वो आकर फंस गई, जिसका वजन 28 किलो था।
एक दिन में मछुआरा बना लखपति
कचिड़ी मछली को जब मछुआरे ने बाजार में बेचा तो उसे 2 लाख 90 हजार रुपए की मोटी रकम मिल गई। वहीं मत्स्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक कचिड़ी मछली को सुनहरी मछली (गोल्डन फिश ) इसलिए कहा जाता है, क्योंकि ये दुर्लभ और महंगी होती है। इसके कई हिस्सों (अंग) का इस्तेमाल दवा बनाने में किया जाता है।
बहुत खास होती है कचिड़ी मछली
जानकारों की मानें तो सर्जरी के दौरान डॉक्टरों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले धागे को बनाने के लिए कचिड़ी मछली के पित्ताशय और फेफड़ों का भी इस्तेमाल किया जाता है। इसके कई अंग महंगे वाइनमेकिंग में भी इस्तेमाल होते हैं। जिसकी वजह से यह काफी महंगी बिकती है और इस मछली की काफी डिमांड भी है।
जाल ने फंसी गोल्डन फिश और फिर..
जानकारी के मुताबिक मछुआरा एक तट पर मछली पकड़ने गया था। उसी समय उसके जाल ने गोल्डन फिश फंस गई। फिर वो इस मछली को नरसापुर बाजार ले गया, जहां उसने एक डीलर को बेच मछली को बेच दिया, जिसके बदले में उसे 2 लाख 90 हजार रुपए मिले।
एक मछली ने बदली किस्मत
वहीं एक मछली के बदले मिली करीब 3 लाख रुपए की मोटी रकम पाकर मछुआरा काफी खुश है। उसने बताया कि किचड़ी मछली पकड़ना आसान नहीं था। मछली ने भागने की कई कोशिश की, लेकिन आखिरकार उसे फंसाने में वो कामयाब रहा। हालांकि यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले पिछले साल महाराष्ट्र में मछुआरों के जाल में 157 घोल मछलियां एकसाथ फंस गई थीं। जिसके बदले उन्होंने करीब 1.33 करोड़ रुपए कमाए थे।


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