आंध्र प्रदेश

जल्‍द मत्‍स्‍य उत्‍पादन में आत्‍मनि‍र्भर बन जाएगा बिहार, इसके लिए 25 मत्स्य किसान प्रशिक्षण के लिए आंध्रप्रदेश हुए रवाना

Ritisha Jaiswal
4 May 2022 12:45 PM GMT
जल्‍द मत्‍स्‍य उत्‍पादन में आत्‍मनि‍र्भर बन जाएगा बिहार, इसके लिए  25 मत्स्य किसान प्रशिक्षण के लिए आंध्रप्रदेश हुए रवाना
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बिहार जल्‍द मत्‍स्‍य उत्‍पादन में आत्‍मनि‍र्भर बन जाएगा। इसके लिए यहां पर मछली पालन को बढ़ावा दिया जा रहा है

बिहार जल्‍द मत्‍स्‍य उत्‍पादन में आत्‍मनि‍र्भर बन जाएगा। इसके लिए यहां पर मछली पालन को बढ़ावा दिया जा रहा है। साथ ही किसानों को प्रशिक्षण आदि की व्‍यवस्‍था भी की जा रही है। हाल के दिनों में बड़ी संख्‍या में युवा मछली पालन के कारोबार से जुड़े हैं, लेकिन इनमें से ज्‍यादातर को अनुभव नहीं है।जिले के 25 मत्स्य किसान प्रशिक्षण के लिए आंध्रप्रदेश हुए रवाना, सभी किसानों को छह से 12 मई तक दिया जाएगा प्रशिक्षण

ऐसे किसानों को आंध्र प्रदेश के काकीनाड़ा में प्रशि‍क्षण दिलाया जा रहा है। सरकार की ओर से सारी व्‍यवस्‍था की जा रही है। वहां से प्रशिक्षण लेकर लौटने के बाद यहां पर किसान काकीनाड़ा की तर्ज पर ही मछली पालन शुरू कर सकेंगे। बांका से किसानों के दल को रवाना किया गया है।
दरअसल, जिले को मत्स्य उत्पादन में आत्म निर्भर बनाने एवं उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए किसानों को नई तकनीक से मत्स्य पालन का प्रशिक्षण भी दिया जाता है। इसके तहत 25 चयनित मत्स्य किसानों को छह दिवसीय प्रशिक्षण के लिए कें केंद्रीय मत्स्यिकी शिक्षा संस्थान के उपकेंद्र काकीनाड़ा (आंध्रप्रदेश) रवाना किया गया है। प्रशिक्षण रथ को जिला मत्स्य पदाधिकारी संजय कुमार किस्कु ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
पिछले दो तीन साल में बड़ी संख्‍या में जुड़े हैं लोग
इस दौरान जिला मत्स्य पदाधिकारी ने कहा कि जिले में मछली पालन की अपार संभावनाएं है। पिछले दो-तीन सालों में मत्स्य पालकों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। इसके अलावे किसानों को विज्ञानी विधि से मछली पालन के गुर सिखाने के लिए समय-समय पर किसानों


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