चंडीगढ़। लोकसभा में हुई सुरक्षा चूक के बाद हरियाणा विधानसभा में भी अलर्ट हो गया है। हरियाणा में 15 दिसंबर को शुरू होने जा रहे विधानसभा के शीतकालीन सत्र को लेकर स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भी सुरक्षा कड़ी होगी। विधानसभा में सुरक्षा को लेकर एक बार फिर से रिव्यू मीटिंग की जाएगी। उन्होंने कहा कि लोकसभा में हुई घटना चिंता का विषय है। लोकतंत्र के मंदिर में यह बड़ी चूक है। इस पूरे मामले की हाई लैवल और उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। इससे पीछे के मकसद की भी जानकारी जुटानी चाहिए, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। हरियाणा विधान सभा के 15 दिसम्बर से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र के मद्देनजर विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने मंगलवार को सुरक्षा संबंधी मीटिंग बुलाई थी।
इस मीटिंग में उन्होंने सत्र के दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद करने के लिए हरियाणा, पंजाब और यू.टी. चंडीगढ़ के शीर्ष अधिकारियों से ब्यौरा मांगा। गुप्ता ने इन अधिकारियों को महत्वपूर्ण निर्देश भी दिए। मीटिंग में तय हुआ कि विधायकों के साथ उनका सहायक स्टाफ विधान सभा परिसर में प्रवेश नहीं करेगा। मीटिंग में तय हुआ था कि विधानसभा के शीतकालीन सत्र दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा प्रबंध पुख्ता किए जाएंगे। इसके लिए उन्होंने हरियाणा, पंजाब और यू.टी. चंडीगढ़ पुलिस के अधिकारियों की समन्वय कमेटी बनाने के भी निर्देश दिए। इस कमेटी में शामिल अधिकारी व्हाट्सएप ग्रुप पर एक दूसरे से जुड़े रहेंगे।
इसके साथ ही चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से सत्रावधि के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट की तैनाती भी की जाएगी। किसी भी मामले में कार्रवाई के लिए चंडीगढ़ पुलिस भी मौके पर मौजूद रहेगी। बैठक में तय हुआ कि दर्शक दीर्घा का समुचित प्रयोग करते हुए अधिक से अधिक लोगों को सत्र दिखाने की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए एक घंटे की अवधि के लिए पास जारी किए जाएंगे। विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि विधान सभा परिसर के बाहर किसी भी प्रकार के रोष प्रदर्शन की अनुमति नहीं रहेगी। बैठक में तय हुआ है कि सत्र दौरान किसी भी आम या खास को हथियार के साथ प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।