
आर्टीफिशियल : ट्रांस यमुना थाना क्षेत्र के कालिंदी विहार से 27 जुलाई को लापता हुए आर्टीफिशियल पायल कारोबारी विनोद कुमार गुप्ता की उसी रात हत्या कर दी गई थी। अगले दिन यमुना में शव मिल गया, लेकिन पुलिस शव को पोस्टमार्टम गृह पर रखवाकर भूल गई। मंगलवार को शव मिलने की सूचना पर पहुंचे स्वजन ने शिनाख्त की। पुलिस ने कारोबारी के आटो चालक मित्र समेत चार को गिरफ्तार कर लिया। हत्या के पीछे उधार दी गई रकम का तगादा बताया गया है। कालिंदी विहार के रहने वाले विनोद कुमार गुप्ता 27 जुलाई की रात को मोबाइल पर फोन आने के बाद पत्नी बबिता से 10 मिनट में लौटने की कहकर निकले थे। रात नौ बजे उनका मोबाइल बंद हो गया। अगले दिन तक उनका पता न चलने पर स्वजन ने 28 जुलाई की दोपहर ट्रांसयमुना थाना में गुमशुदगी दर्ज करा दी। इसके कुछ घंटे बाद ही एत्मादपुर पुलिस ने छलेसर चौकी क्षेत्र में यमुना से एक शव बरामद किया। शव को पोस्टमार्टम गृह पर रखवाने के बाद पुलिस भूल गई, जबकि नियम के अनुसार आसपास के थानों में सूचना भेजी जाना चाहिए थी। मंगलवार शाम स्वजन को पता चला कि छलेसर में रायगढ़ घाट के पास एक शव मिला है। इसके बाद ट्रांसयमुना थाना जाकर संपर्क किया। तब पुलिस ने मोबाइल पर शव की फोटो दिखाई। स्वजन ने विनोद के शव की शिनाख्त कर ली। पुलिस उपायुक्त सूरज कुमार राय ने बताया कि विनोद गुप्ता की कांशीराम कालोनी निवासी आटो चालक अनिल से मित्रता थी। वह उनके घर पर भी आता-जाता था। कुछ महीने पहले विनोद ने अनिल को पौने दो लाख रुपये उधार दिए थे। कुछ दिनों से कारोबारी अनिल ने तकादा कर रहे थे। उधारी न चुकाने के लिए अनिल ने उनकी हत्या की साजिश रची थी।