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यूपी के गोंडा में हॉस्टल में औचक निरीक्षण के दौरान गायब मिलीं 89 स्कूली छात्राएं, 4 के खिलाफ FIR दर्ज

Triveni
23 Aug 2023 1:52 PM GMT
यूपी के गोंडा में हॉस्टल में औचक निरीक्षण के दौरान गायब मिलीं 89 स्कूली छात्राएं, 4 के खिलाफ FIR दर्ज
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उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में एक राज्य सरकार द्वारा संचालित आवासीय विद्यालय के छात्रावास से 100 लड़कियों में से 89 लड़कियों के कथित तौर पर लापता पाए जाने के बाद छात्रावास वार्डन सहित 4 लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज की गई। अधिकारी ने कहा.
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने सोमवार की देर रात कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय परसपुर का औचक निरीक्षण किया।
स्कूल परिसर में अव्यवस्था देख जिलाधिकारी ने लापरवाही के लिए जिम्मेदारों को फटकार लगाई और छात्रावास में मौजूद 11 छात्राओं से बात की और स्कूल में दी जा रही सुविधाओं का जायजा लिया.
जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) और जिला समन्वयक बालिका शिक्षा भी सोमवार देर रात स्कूल पहुंचे।
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को विद्यालय में कुल 100 छात्राओं में से मात्र 11 छात्राएं ही उपस्थित मिलीं। शेष 89 छात्राओं के संबंध में छात्रावास वार्डेन सरिता सिंह द्वारा कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया।
कक्षा 7 एवं 8 की छात्राओं की उपस्थिति 17 अगस्त के बाद उपस्थिति पंजिका में दर्ज नहीं की गई जबकि प्रेरणा पोर्टल पर वार्डन द्वारा फर्जी उपस्थिति दर्शाई गई तथा तदनुसार धनराशि का समायोजन/भुगतान कर दिया गया।
विद्यालय में वित्तीय अनियमितता, निरीक्षण के दौरान मिली अनियमितता और लापरवाही को देखते हुए सोमवार की देर रात परसपुर थाने में हॉस्टल वार्डन समेत चार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई।
जिला समन्वयक बालिका शिक्षा ने बताया कि वार्डन को स्पष्ट निर्देश हैं कि यदि कोई छात्रा विद्यालय परिसर से बाहर जाती है तो उसका विवरण विद्यालय रजिस्टर में अंकित किया जाए। परसपुर के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में वार्डन द्वारा इस संबंध में लापरवाही बरती गई है।
मूवमेंट रजिस्टर में छात्राओं के बाहर निकलने की जानकारी दर्ज नहीं की गई।
इस निरीक्षण के दौरान कई छात्राओं के अभिभावकों से टेलीफोन पर बातचीत की गयी, जिसमें अभिभावकों को बताया गया कि छात्राएं 19 अगस्त को घर जायेंगी. जबकि वार्डन द्वारा बताया गया कि छात्राएं 21 अगस्त को घर गयीं.
फोन पर बातचीत के दौरान पता चला कि छात्राएं अपने-अपने घर पर हैं।
जिला समन्वयक बालिका शिक्षा ने बताया कि छात्राओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी स्कूल की वार्डन, पूर्णकालिक शिक्षिका, चौकीदार और प्रांतीय रक्षा दल (पीआरडी) के जवान की होती है, लेकिन यहां जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं किया गया, जिसके चलते उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। वार्डेन सरिता सिंह, पूर्णकालिक शिक्षिका सुषम पाल, चौकीदार विष्णु प्रताप सिंह और पीआरडी जवान दिलीप कुमार मिश्रा रहे।
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