लाइफ स्टाइल

आप अपनी स्ट्रेथ के अनुसार उन्हें आज़मा सकती हैं.

Kajal Dubey
12 May 2023 3:47 PM GMT
आप अपनी स्ट्रेथ के अनुसार उन्हें आज़मा सकती हैं.
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लाभ: यह योगासन शरीर के आंतरिक अंगों में सपोर्ट करता है और साथ ही बैलेंस लाने, विशेष रूप से पाचन संबंधित अंगों की कार्यक्षमता को सुधारने में मदद करता है. इससे मांसपेशियां मज़बूत होती हैं और स्टैमिना भी बढ़ता है.
सावधानी बरतें: कोविड से ठीक होने के एक सप्ताह बाद इस एक्सरसाइज़ को शुरू कर सकते हैं. अगर आपकी कलाई या पीठ में पहले से कोई गंभीर चोट है तो इस आसन को ना करें.
कैसे करें:
90° की मुद्रा में बैठ जाएं.
अपनी हथेलियों को शरीर से सटाकर फ़र्श पर टिकाएं.
अपनी थाई मसल्स को फ़र्श से सटाएं और पैरों को ढीला छोड़ दें.
धीरे-धीरे सांस लें और छोड़ें.
इस मुद्रा में बने रहते हुए पांच बार गहरी सांस लें और छोड़ें.
अधो मुख सवासना
लाभ: यह आसन हमें शारीरिक और मानसिक रूप से ऊर्जावान बनाने में मदद करता है. यह मस्तिष्क में रक्त प्रवाह को बढ़ाता है और थकान को दूर करता है.
सावधानी बरतें: इस आसान को तभी शुरू करें जब आप ठीक से खड़े हो पा रहे हों. अगर आपको चक्कर जैसा महसूस होता है या खड़े होते हुए कांपते हैं तो अच्छी तरह से ठीक होने का इंतज़ार करें.
कैसे करना है:
सबसे पहले आप काऊ पोज़िशन में आ जाएं.
सांस लेते समय अपने कुल्हों को ऊपर की तरफ़ उठाएं और घुटनों व कोहनियों को सीधा और टाइट रखें.
आपके हाथ और पैर दोनों के आमने-सामने होने चाहिए.
फिर गहरी सांस लें और छोड़ें.
एक मिनट तक इसी स्थिति में बने रहें.
डायाफ्रेमेटिक ब्रीदिंग
लाभ: इसमें डायाफ्रेम का उपयोग करके फेफड़ों के फंक़्शन को स्टोर किया जाता है.
सावधानी बरतें: यह बहुत ज़रूरी है कि आप अपने कोविड रिकवरी में जल्दबाज़ी नहीं करें. इसे आप अपनी स्ट्रेंथ के मुताबिक़ करें और ध्यान रखें कि सांस लेने में तक़लीफ ना हो.
कैसे करें: इस एक्सरसाइज़ को चार भागों में विभाजित किया गया है और हर एक को एक मिनट का समय दिया गया है. हर भाग में आपको अपने पेट से गहरी सांस लेनी है और नाक से बाहर निकालना है.
पीठ के बल लेटकर गहरी सांस लें, अपने घुटनों को मोड़ें, हाथों को पेट पर रखें और अपने होंठों को बंद करें.
पेट के बल लेटकर एक गहरी सांस लें, ख़ुद को सहारा देने के लिए हाथों को चेहरे के नीचे रखें और अपने होंठों को बंद कर लें.
बिस्तर या कुर्सी पर बिल्कुल सीधे बैठकर एक गहरी सांस लें, अपने हाथों को पेट पर रखें और होंठों को बंद करें.
सीधे खड़े होकर गहरी सांस लें, अपने हाथों को पेट पर रखें और अपने होंठों को बंद रखें.
उपविष्ठ कोणासन
लाभ: यह एक्सरसाइज़ शरीर को अच्छी फ़्लैक्सिबिलिटी मन को स्थिरता देने के साथ शरीर में रक्त संचार को बेहतर बनाती है. इससे नर्वस सिस्टम को शांत करने में भी मदद मिलती है.
सावधानी बरतें: इस पॉश्चर को ट्राय करने के लिए ज़रूरी है कि आपको मील लिए हुए 6 घंटे से ज़्यादा का समय हो चुका हो.
इसे करने का तरीक़ा:
शुरुआत में अपने शरीर को 90° की स्थिति में रखें.
अपने पैरों को धीरे-धीरे फैलाएं और अपनी हथेलियों को फ़र्श पर टिकाएं.
हर स्ट्रेच के बाद एक धीमी सांस लें और छोड़ें.
इस पोज़िशन में एक मिनट तक बने रहें.
सुप्त वीरासन
लाभ: यह आसन शरीर को तनाव और जकड़न से छुटकारा पाने में मदद करता है. यह एक आरामदायक आसन है.
सावधानी: यदि पसलियों के नीचे या आसपास गर्मी या जकड़न महसूस हो तो इस आसन को करना तुरंत बंद कर दें.
करने का तरीक़ा:
घुटनों के बल बैठ जाएं और उसके बाद घुटनों को मोड़े हुए ही पीछे की तरफ़ पीठ के बल लेट जाएं. आप का पैर आपके कूल्हों नीचे आना चाहिए.
अपने हाथों को पेट से थोड़ा नीचे रखें या फिर सिर के पास ले जाकर ऊपर की तरफ़ फैला दें.
अपनी नाभि को हल्का खींचें और फिर सांस लें और छोड़ें.
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