लाइफ स्टाइल

कोचिंग की मोटी फीस ना भरकर भी कर सकते हैं प्रतियोगी परीक्षाओं की अच्छी तैयारी

Bhumika Sahu
5 Feb 2022 5:55 AM GMT
कोचिंग की मोटी फीस ना भरकर भी कर सकते हैं प्रतियोगी परीक्षाओं की अच्छी तैयारी
x
Exam preparation tips in hindi: किसी बड़े संस्थान से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए भारी भरकम फीस चुकानी पड़ती है. लेकिन अगर आप मोटी फीस भरने में असमर्थ हैं, तो भी एग्जाम की शानदार तैयारी आसानी से कर सकते हैं. समझिए कैसे....

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जीवन में कुछ बड़ा पाने के लिए बड़ी तैयारी करनी पड़ती है. आज के युवा इस बात को अच्छी तरह से जानते और समझते हैं. करियर बनाने के लिए वे अपने पैरेंट्स, टीचर या किसी सफल व्यक्ति से गाइडेंस (Career Guidance) लेते हैं. लेकिन हमारे आसपास का सोशल और इकोनॉमिक माहौल तेजी से बदल रहा है. ऐसे में करियर बनाने के लिए आवश्यकता होती किसी बड़े संस्थान से जुड़कर कॉम्पिटीटिव एनवायर्नमेंट में तैयारी (Competitive Exam Preparation) करने की. इन संस्थानों में एडमिशन से लेकर स्टडी मैटेरियल्स व अन्य रिसोर्सेज पाने के लिए भारी बड़ी रकम चुकानी पड़ती है.

सबकी आर्थिक परिस्थितियां एक जैसी नहीं होती. कई स्टूडेंट्स अपने आर्थिक हालात की वजह से किसी बड़े इंस्टीट्यूट या कोचिंग में एडमिशन नहीं ले पाते तो निराश हो जाते हैं. इसका नकारात्मक असर उनकी पढ़ाई के साथ-साथ स्वास्थ्य पर भी पड़ता है. ऐसे में सबसे अधिक जरूरी है अपनी निगेटिव सोच को दूर करने की. अगर आप में करियर बनाने की चाहत है तो राह मिल ही जाएगी. आइए जानते हैं कैसे कोई स्टूडेंट आर्थिक परेशानी के बीच किसी भी एग्जाम की तैयारी कर जीवन में सफल हो सकता है?
Self Study: सेल्फ स्टडी पर करें यकीन
बिल गेट्स, एलन मस्क, जेफ बेजोस, वॉरेन बफे जैसे लोग दुनिया के कुछ चुनिंदा सफल लोगों में शामिल हैं. ये सभी सेल्फ टॉट (self-taught) हैं. अब आप अंदाजा लगा सकते हैं कि सेल्फ स्टडी कितनी महत्वपूर्ण है. सेल्फ टीचिंग या सेल्फ स्टडी किसी भी व्यक्ति को एजुकेशन सिस्टम की सीमा से आगे ले जाती है. दुनिया में हर इंसान यूनीक है और इसलिए उसका अपना इंटरेस्ट भी होता है. ज्ञान का यूनिक कॉम्बिनेशन (unique combination of knowledge) जीवन में एक नवीनता ला सकता है.
अल्बर्ट आइंस्टीन ने कहा है, 'जितना अधिक मैं सीखता हूं, उतना ही मुझे एहसास होता है कि मैं कितना नहीं जानता'. जब आप कुछ सीखते हैं तो आप उन चीजों को महसूस करते हैं जिन्हें आप अभी भी नहीं जानते हैं और अंत में आप उस अंतर को भरने के लिए दौड़ते हैं. अब आप समझ गए होंगे कि सेल्फ स्टडी और सेल्फ लर्निंग ऐसी चीज है जो हमेशा किसी भी व्यक्ति को अधिक ज्ञान प्राप्त करने के लिए प्रेरित करती है. इसके आपको अधिक जानकारी मिलती है और उसकी बदौलत आप एक बेहतर इंसान बनने के साथ करियर में सफलता हासिल कर पाते हैं.
Study Material: स्टडी मैटेरियल जुटाएं
किसी भी प्रतियोगी परीक्षा के लिए जरूरी सभी संसाधनों को इकट्ठा करें, जो आप कर सकते हैं. अपनी ज़रूरत की सभी किताबें और रिसोर्सेज इकट्ठा करने के लिए लाइब्रेरी, बुक स्टोर या किसी ई-कॉमर्स साइट पर जाएं. आपके पास अधिक रिसोर्सेज होंगे तो आप अधिक प्रैक्टिस कर पाएंगे. एग्जाम के लिए सभी जरूरी स्टडी मैटेरियल होने से आपका कॉन्फिडेंस बढ़ेगा, क्योंकि एग्जाम में पूछे जाने वाला कोई भी प्रश्न आपके लिए नया नहीं होगा और उसे देखकर आप हैरान भी नहीं होंगे.
Study Plan: शेड्यूल के अनुसार स्टडी करें
सबसे पहले अपने लिए एक प्लान बनाएं. पूरे दिन का स्टडी शेड्यूल तैयार करें और उसी के अनुसार पढ़ाई करें. हर दिन छोटे-छोटे लक्ष्य निर्धारित करें और प्रत्येक लक्ष्य को प्राप्त करने के बाद अपने खुद को शाबाशी दें. इससे आप में विश्वास पैदा होगा, आपका कॉन्फिडेंस बढ़ेगा. एक बार जब आपको लगता है कि 'यस आई कैन डू इट' तो यह आपकी सबसे बड़ी सफलता है. ये शब्द आपकी सबसे बड़ी प्रेरणा है। एक बात हमेशा याद रखिए – Practice makes you perfect – अभ्यास हमें बेहतर बनाता है.
व्यावहारिक बातों का रखें ध्यान
साधन के अभाव में भी सफलता हासिल की जा सकती है. इच्छा शक्ति (Will Power) मजबूत हो तो विपरीत परिस्थिति में भी कामयाबी मिलती है. सेल्फ स्टडी और सेल्फ लर्निंग के दम पर आप अपने करियर को चमका सकते हैं. बस जरूरत है संकल्प शक्ति और आपके अध्यनशील होने की. सेल्फ स्टडी निश्चित रूप से आपको आपकी मंजिल तक ले जाएगा.
हां, जीवन में कुछ व्यावहारिक बातों को ध्यान में रखना चाहिए. अगर आपका कोई मित्र किसी भी संस्थान में पढ़ता है तो उसकी मदद लें. उससे नोट्स मांग कर पढ़े और टॉपिक पर चर्चा करें। खुद को अच्छी तरह से तैयार करें और यह सुनिश्चित करें कि आप प्रत्येक दिन पढ़े जाने वाले विषय या टॉपिक के कुछ प्रश्नों को हल कर रहे हैं. हर हफ्ते अपना परीक्षण करें, सेल्फ-असेसमेंट (self assessment) कि क्या आप उन विषयों या टॉपिक पर पकड़ बना रहे हैं या नहीं. बस इतना करते रहिए और कॉम्पिटिटिव एग्जाम में बैठिए. वह दिन दूर नहीं जब आपको सफलता मिलेगी.


Next Story