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कंडोम के ज्यादा इस्तेमाल से आपको हो सकते हैं ये 4 बड़े साइड इफेक्ट्स, आइए जाने इसके बारे में

Neha Dani
23 Nov 2021 3:50 AM GMT
कंडोम के ज्यादा इस्तेमाल से आपको हो सकते हैं ये 4 बड़े साइड इफेक्ट्स, आइए जाने इसके बारे में
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तो इसका इस्तेमाल करना न छोड़ें और इसे सही तरीके से इस्तेमाल करना सीखें।

कंडोम, बर्थ कंट्रोल के लिए इस्तेमाल किए जाने वाला सबसे पॉपुलर तरीका है। यह सस्ता होने के साथ इसका इस्तेमाल आसान है, जिससे आपको कई तरह के STI और अनचाही प्रेग्नेंसी से सुरक्षा मिलती है। कंडोम बेशक आपके लिए फायदेमंद होता है, लेकिन इसका ज़्यादा इस्तेमाल आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकता है। आइए हम आपको कंडोम के कुछ साइड इफेक्ट्स के बारे में बताते हैं।

कंडोम के साइड-इफेक्ट्स
लेटेक्स एलर्जी
कंडोम पतले लेटेक्स (रबर), पॉलीयुरेथेन या पॉलीसोप्रीन से बने होते हैं, जिन्हें गर्भावस्था से बचने के लिए स्पर्म को रोकने के लिए डिज़ाइन किया गया है। लेकिन लेटेक्स की वजह से किसी को भी एलर्जी हो सकती है। इसकी वजह से चकत्ते, पित्ती और नाक बहना जैसी एलर्जी हो सकती है। गंभीर मामलों में, यह वायुमार्ग को भी कस सकता है और रक्तचाप को कम कर सकता है। अगर आपको या आपके साथी को लेटेक्स से एलर्जी है, तो आपको पॉलीयुरेथेन या लैम्बस्किन कंडोम का इस्तेमाल करना चाहिए। अन्य दो कंडोम लेटेक्स वाले की तुलना में थोड़े अधिक महंगे हैं।
यौन संचारित रोगों (STI) का जोखिम
बेशक कंडोम से एचआईवी और क्लैमाइडिया और एचपीवी जैसे अन्य बीमारियों का ख़तरा कम होता है, लेकिन इससे कई यौन संचारित रोगों का जोखिम बढ़ता भी है। कंडोम बाहरी त्वचा को सुरक्षित नहीं रख पाता है, जिससे खुजली और इन्फेक्शन का ख़तरा रहता है। दी अमेरिकन सोशल हेल्थ एसोसिएशन के अनुसार, कंडोम जननांग दाद के ख़तरे को कम कर सकता है, लेकिन स्किन के हर हिस्से की सुरक्षा नहीं कर सकता, जिससे यौन संचारित रोगों का ख़तरा रहता है।
प्रेग्नेंसी का ख़तरा
कंडोम के सही इस्तेमाल से 98 फ़ीसदी सुरक्षा तो मिलती है, लेकिन इसके अनुचित उपयोग से 100 में से 15 महिलाओं को गर्भावस्था जोखिम रहता है। इसलिए इसका इस्तेमाल सही तरह से करना बेहद ज़रूरी है। एक्सपायर्ड कंडोम का इस्तेमाल भूलकर भी न करें।
पार्टनर की सेहत को जोखिम
अमेरिका के दो डॉक्टरों का दावा है कि कंडोम से महिलाओं में कैंसर होने का जोखिम भी रहता है। इनके अनुसार, कंडोम पर पाउडर और लुब्रिकेंट का इस्तेमाल किया जाता है। कई अध्ययन के अनुसार पाउडर से ओवेरियन कैंसर का ख़तरा होता है और फैलोपियन ट्यूब पर फाइब्रोसिस महिला को बांझ बना सकते हैं।
इन बातों को रखें याद
हर किसी को कंडोम के साइड-इफेक्ट नहीं होते। ऐसे बेहद कम मामले देखे गए हैं, जिनमें लोगों ने कंडोम के इस्तेमाल की वजह से परेशानियां झेलीं। ऐसे मामले में, वे गर्भनिरोधक के अन्य तरीकों जैसे ओरल गर्भनिरोधक गोलियां, इंट्रायूटेरिन डिवाइस (IUD), या डायाफ्राम का विकल्प चुन सकते हैं। कंडोम का उपयोग गर्भावस्था और यौन संचारित संक्रमणों (STI) को रोकने का सबसे सुरक्षित तरीका है। इसलिए अभी तक अगर आपको कंडोम की वजह से किसी तरह की दिक्कत नहीं आई है, तो इसका इस्तेमाल करना न छोड़ें और इसे सही तरीके से इस्तेमाल करना सीखें।


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