लाइफ स्टाइल

महिलाओं में फर्टिलिटी समस्या को दूर करने में मददगार योगासन

Teja
1 Feb 2022 11:21 AM GMT
महिलाओं में फर्टिलिटी समस्या को दूर करने में मददगार योगासन
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आजकल खराब लाइफस्टाइल के कारण महिलाओं को फर्टिलिटी से जुड़ी कई समस्याएं हो रही हैं.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | आजकल खराब लाइफस्टाइल के कारण महिलाओं को फर्टिलिटी से जुड़ी कई समस्याएं हो रही हैं. अगर आप भी ऐसी किसी समस्या से परेशान हैं, तो कुछ योगासन इस मामले में आपके लिए मददगार हो सकते हैं.

​बालासन : सबसे पहले चटाई बिछा लें. अब सूर्य की ओर मुख करके अपने पैरों को मोड़कर वज्रासन मुद्रा में बैठ जाएं. इसके बाद सांस लेते वक्त अपने दोनों हाथों को ऊपर ले जाएं. सांस छोड़ते समय आगे की तरफ झुकें. यह क्रम तब तक जारी रखें, जब तक आपकी हथेलियां ज़मीन को न छू जाएं. इसके बाद अपने सिर को ज़मीन पर टिका दें. इस मुद्रा में सांस लें और सांस छोड़ें. क्षमतानुसार इसी मुद्रा में रुकें, इसके बाद वापस सामान्य मुद्रा में आ जाएं.
पश्चिमोत्तासन: सबसे पहले एक चटाई पर सीधी अवस्था में बैठ जाएं. अपनी टांगों को आगे की ओर में फैला लें. बाजुओं को सीधा करके उन्हें आगे ले जाएं. इसके बाद बाजुओं से पैरों की उंगलियां पकड़ने की कोशिश करें. नाक से घुटनों को टच करने की कोशिश करें. इस दौरान घुटने और दोनों बाजूओं को सीधा रखें. इस आसन को रोजाना कम से कम 3-4 बार करें.
फिर एक तकिया को अपने कूल्हों के पीछे रख लें. अब दोनों पैरों को हल्का मोड़कर दोनों पैर के तलवो को आपस में मिलाएं. इस दौरान दोनों पैरो की जांघो को बाहर की तरफ दबाव दें.
अब दोनों हाथों को फैलाते हुए हथेलियां ऊपर की तरफ करें. अब गहरी श्वास खींचने और छोड़ने का प्रयास करें. कुछ समय बाद पैरों को सामान्य स्थिति में लाते हुए बाईं करवट की तरफ से प्रारंभिक अवस्था में लौट आएं.
सुप्त बद्ध कोणासन : इस आसन को करने के लिए सबसे पहले आप सामान्य रूप से बैठ जाएं. फिर एक तकिया को अपने कूल्हों के पीछे रख लें. अब दोनों पैरों को हल्का मोड़कर दोनों पैर के तलवो को आपस में मिलाएं. इस दौरान दोनों पैरो की जांघो को बाहर की तरफ दबाव दें. अब दोनों हाथों को फैलाते हुए हथेलियां ऊपर की तरफ करें. अब गहरी श्वास खींचने और छोड़ने का प्रयास करें. कुछ समय बाद पैरों को सामान्य स्थिति में लाते हुए बाईं करवट की तरफ से प्रारंभिक अवस्था में लौट आएं.
जानू शीर्षासन : पैरों को सामने फैलाते हुए आसन पर बैठें और दाहिने पैर को घुटने से मोड़ें. बाएं पैर की जांघ से लगा दें. दोनों हाथों को ऊपर उठाएं और दोनों हाथों से बाएं पैर के ऊपरी हिस्से को पकड़कर अन्दर की तरफ यानी सिर की तरफ खींचें. नाक को धीरे– धीरे झुकाते हुए बाएं घुटने पर लगाएं. फिर श्वास धीरे–धीरे छोड़ते हुए दाहिना पांव सीधा करें. यही क्रम दूसरे पैर की तरफ से दोहराएं.

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