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महिलाएं मासिक धर्म के दौरान इंफेक्शन से बचने के लिए ना करें ये काम

Kajal Dubey
7 March 2022 1:36 AM GMT
महिलाएं मासिक धर्म के दौरान इंफेक्शन से बचने के लिए ना करें ये काम
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महिलाओं के लिए मासिक धर्म या पीरियड्स के 5-6 दिन काफी कष्टदायक होते हैं.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। महिलाओं के लिए मासिक धर्म या पीरियड्स (periods) के 5-6 दिन काफी कष्टदायक होते हैं. इसमें पेट, कमर, सिरदर्द, पेट में ऐंठन, क्रैम्प, चिड़चिड़ापन, मूड स्विंग, मतली आदि समस्याओं से महिलाएं परेशान रहती हैं. इतना ही नहीं इन दिनों प्रॉपर हाइजीन का भी काफी ध्यान रखना चाहिए, ताकि किसी भी तरह के इंफेक्शन (Infection) होने की संभावना ना हो. मासिक धर्म के स्वास्थ्य और स्वच्छता को बनाए रखना महिलाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है. इससे अस्थायी और पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद मिलती है, साथ ही कई तरह के इंफेक्शन से भी बचाता है. कई ऐसे काम होते हैं, जिन्हें महिलाओं को पीरियड्स के दिनों में करने से बचना (things don't do during periods) चाहिए.

पीरियड्स के दिनों में क्या करें, क्या ना करें
गेटदग्लॉस में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, मासिक धर्म में बेशक वेजाइना की साफ-सफाई पर अधिक ध्यान जाता है, लेकिन बार-बार वेजाइना को साफ करने से बचें. वेजाइन एक नाजुक अंग है और इसे ओवरवॉश करने से योनि में मौजूद माइक्रोबायोम का लेवल (vaginal microbiome) कम हो सकता है. ऐसे में साफ और तरो-ताजा रहने के लिए सिर्फ गुनगुने पानी से स्नान करना ही पर्याप्त होता है. खासकर, हानिकारक केमिकल युक्त वेजाइनल वॉशेज, साबुन के इस्तेमाल से योनि में मौजूद प्राकृतिक बैक्टीरिया को नुकसान पहुंच सकता है. इससे इर्रिटेशन, जलन हो सकती है. यदि खराब स्मेल आ रही है, तो यह बैक्टीरिया या फंगल के बढ़ने के कारण हो सकता है.
कॉफी का सेवन करना किसे नहीं अच्छा लगता है, लेकिन जब आपको पीरियड्स हो, तो कैफीन का सेवन कम करें. कैफीन पेट में होने वाले ऐंठन को बदतर बना सकता है, क्योंकि यह आपकी रक्त वाहिकाओं (blood vessels) को संकुचित कर सकता है.
बहुत नमकीन खाद्य पदार्थ खाने से पीरियड्स में होने वाले ऐंठन (cramps) को अधिक बढ़ा सकते हैं, जिससे वाटर रिटेंशन हो सकता है. ऐसा कई महिलाओं को उनके पीरियड्स के दौरान अनुभव होता है. बहुत ज्यादा मीठा खाने से भी बचें. मीठी चीजें, कैफीन और अल्कोहल आपके शरीर में केमिकल पैदा करते हैं, जो दर्द रिसेप्टर्स (pain receptors) को बढ़ाते हैं, जिससे आपको और भी खराब महसूस हो सकता है. ऐसे में ढेर सारे फल एवं सब्जियां खाएं. खूब पानी या हर्बल टी पिएं. नियमित भोजन करने से पीरियड्स के दर्द और पीएमएस (premenstrual symptoms) को कम करने में मदद मिलती है.
प्राइवेट पार्ट की हाइजीन को मेंटेन (Hygiene tips during periods) रखें. एक ही पैड को 6-7 घंटे तक लगाकर ना रहें. पीरियड्स के दौरान निकलने वाला ब्लड हानिकारक हो सकता है. एक ही पैड को पहने रहने से आपको संक्रमण हो सकता है. एक पैड या टैम्पॉन (Tampon) को लगाए रहने से स्किन रैशेज हो सकती है.
पीरियड्स के दौरान सारा दिन बिस्तर पर ना लेटी रहें. बेशक, आपको दर्द हो रहा हो, चिड़चिड़ापन महसूस हो रहा हो, लेकिन जब भी दर्द कम हो, तो थोड़ी देर चलें-फिरें. आप जो भी एक्सरसाइज करती हैं, उसे जरूर करें. शारीरिक रूप से खुद को एक्टिव रखने की कोशिश करें.
कुछ महिलाएं पीरियड्स के दौरान खाना-पीना ही छोड़ देती हैं. ऐसा बिल्कुल ना करें, क्योंकि इस दौरान शरीर में हॉर्मोनल चेंजेज होते हैं, जिससे एनर्जी कम महसूस होती है. ऐसे में शरीर की एनर्जी बनाए रखने के लिए आपको हेल्दी और पौष्टिक तत्वों का सेवन करना जरूरी है. पानी का इनटेक बनाए रखें.
डेयरी उत्पादों का सेवन अधिक ना करें. शरीर में कैल्शियम की आवश्यकता को बनाए रखना जरूरी है, लेकिन पीरियड्स के दिनों में दूध, पनीर और दही जैसे डेयरी उत्पादों के अधिक सेवन पेट में ऐंठन और सूजन की समस्या को बढ़ा सकते हैं.
पीरियड्स के दौरान शरीर में एस्ट्रोजेन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे संवेदनशीलता बढ़ जाती है. ऐसे में वैक्सिंग या शेविंग कराने से बचना चाहिए. खासकर, प्राइवेट एरिया, पैरों, जांघों के आसपास वाले भागों में वैक्सिंग ना कराएं.

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