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महिलाओं को अधिक होता है माइग्रेन, जानिए लक्षण और बचाव

Bhumika Sahu
2 Feb 2022 5:25 AM GMT
महिलाओं को अधिक होता है माइग्रेन, जानिए लक्षण और बचाव
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Causes of Migrain in Women: माइग्रेन (Migraine ) का दर्द मरीज के लिए काफी कष्टकारी होता है. अगर आप इस दर्द से मुक्ति पाना चाहते हैं तो एक हेल्दी लाइफस्टाइल को जीना चाहिए.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। माइग्रेन (Migraine ) एक ऐसी समस्या है, जो आजकल युवाओं में तेजी से पाई जा रही है. आज के वक्त में तेजी से युवा अलग अलग कारणों के कारण से माइग्रेन जैसी बीमारी से ग्रसित हो रहे हैं. माइग्रेन में सिर के एक हिस्सा में बेहद दर्द होता है, जिस कारण से मरीज के लिए आंखें खोलना तक मुश्किल हो जाता है. कई रिपोर्ट्स में सामने आया है कि माइग्रेन (Migraine Pain )का असर दिल पर भी होता है. दरअसल जब माइग्रेन का दर्द होता है तो दिल भी तेजी से धड़कना शुरू हो जाता है. माइग्रेन का दर्द 2 से 72 घंटे तक होने के चांस होते हैं. आजकल के समय में माइग्रेन महिलाओं (Causes of Migraine)को अधिक हो रहा है.

माइग्रेन के अहम लक्षण
माइग्रेन के दर्द के दौरान मरीज को अलग अलग तरह की परेशानी होती है. दर्द के वक्त रोशनी से सबसे ज्यादा दिक्कत होती है. माइग्रेन के दर्द के दौरान तेज सिर दर्द, आधे सिर में तेज दर्द, उल्टी आना, जी मिचलाना, घबराहट होना, रोशनी से परेशानी होता है.
कुछ रिपोर्ट्स में माना गया है कि माइग्रेन से पीड़ित महिलाओं में हार्ट की परेशानियां अधिक होती है. जिन महिलाओं को माइग्रेन की परेशानी होती है, उन्हें हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक और छाती में दर्द का खतरा काफी ज्यादा रहता है. महिलाओं को माइग्रेन होने के कुछ अहम कारण भी होते हैं.
माइग्रेन के कारण
महिलाओं में माइग्रेन के कई कारण हो सकते हैं, जैसे अनियमित दिनचर्या, खराब खानपान, तनावपूर्ण जीवन, धूम्रपान, अधिक परफ्यूम यूज करना, कम नींद लेना, अधिक टेंशन लेना, हार्मोनल बदलाव, आंखों पर तेज रोशनी आना, एक्सरसाइज ना करना भी माइग्रेन होने के कारण हो सकते हैं. महिलाओं को माइग्रेन होने का सबसे बड़ा कारण शरीर में एस्ट्रोजन की कमी मानी गई है.
महिलाओं में माइग्रेन के कारण
पीरियड्स
पीरियड्स के दिनों में बॉडी में हार्मोनस के बदलाव होते हैं, जिसकी वजह से माइग्रेन होता है. इतना ही नहीं पीरिय़ड्स शुरू होने के एक दो दिन पहले ही महिलाओं को माइग्रेन का दर्द हो जाता है.
मोनोपॉज
कई आंकड़ों के बताते हैं कि मोनोपॉज से पीड़ित महिलाएं माइग्रेन जैसी समस्याओं से पीड़ित रहती हैं. मोनोपॉज के बाद महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोंन अनियंत्रित होते हैं, जिसका असर माइग्रेन के रूप में होता है.
नाश्ता
अक्सर महिलाएं अपने घर और ऑफिस के काम में उलझी रहती हैं, जिस कारण से नाश्ता स्किप कर देती हैं. ऐसे में अगर कई दिनों तक नाश्ता स्किन किया जाता है तो माइग्रेन की बीमारी घेर लेती है.
टेंशन
महिलाएं हर बात पर टेंशन अधिक लेती हैं. माना जाता है कि घर परिवार और ऑफिस सभी की टेंशन महिलाओं को रहती है, जिस कारण से वह माइग्रेन से ग्रसित रहती हैं.
माइग्रेन से कैसे बचें
माइग्रेन से दूर रहने के लिए एक हेल्दी लाइफस्टाइल को चुनना चाहिए. आपको जंक फूड्स और तेल मसाले वाली चीजों से दूर रहना चाहिए. पेन किलर कम खानी चाहिए. हेल्दी और संतुलित खाना खाना चाहिए. ज्यादा रोशनी और तेज म्यूजिक से दूर रहना चाहिए. कम से कम 7 घंटे की नींद लेना चाहिए. नियमिय से वर्कआउट और योग करना चाहिए, किसी भी तरह की टेंशन से दूर रहना चाहिए.


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