लाइफ स्टाइल

महिलाये हो रही burnout syndrome का शिकार

Sanjna Verma
15 Aug 2024 7:33 AM GMT
महिलाये हो रही burnout syndrome का शिकार
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हेल्थ केयर Health Care: पिछले हफ्ते महिलाओं से संबंधित एक बड़ी खबर आई। खबर थी, तलाकशुदा मुस्लिम महिलाओं के गुजारा भत्ते को लेकर। इस खबर से फायदा देश की सभी महिलाओं को होने जा रहा है। अगर आप इससे वाकिफ नहीं हैं, तो इस खबर को इस तरह समझें। सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस बीवी नागरत्ना ने अपने एक फैसले में कहा है कि अगर आप कामकाजी नहीं हैं, तो जरूरी है कि आपके पति आपको आर्थिक तौर पर सक्षम बनाएं। वो आपके त्याग को पहचानें। बैंक में संयुक्त खाते खोलें और हर महीने आपके हाथ में कुछ पैसे दें। आपकी तमाम जरूरतों को पूरा करना आपके पति का दायित्व है। अगर महिला तलाकशुदा या परित्यक्ता है, तब भी धर्म से परे वो गुजारा भत्ते की हकदार है। जरूरी है कि महिलाएं अपने इस अधिकार की ताकत को पहचानें और परिवार और समाज में अपनी स्थिति सुदृढ़ करें।
ज्यादा बचाइए, आराम से सोइए
ऐसी कौन सी बात है, जिसकी वजह से आपको रात को अच्छी नींद आती है? आप कहेंगी, अच्छी सेहत, दिन भर की थकान वगैरह। पर, ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी में हुए एक ताजा अध्ययन के मुताबिक अगर आप भविष्य को लेकर र्निंश्चत हैं, हर महीने ठीक-ठाक बचत कर पाती हैं तो यह अच्छी और सुखद नींद की एक सबसे बड़ी वजह है। इस खबर के मुताबिक यूनाइटेर्ड किंगडम में जो जोड़े हर महीने सौ पाउंड से कम बचत कर पाते हैं, उनको नींद टूट कर आती है। भविष्य की चिंता में वे रातों की नींद गंवा रहे हैं। ऐसा उनके साथ भी हो रहा है, जो कमाते तो काफी हैं, पर बचत नहीं करते। इस अध्ययन के मुताबिक महामारी के बाद हर दस में से छह कामकाजी बचत की तरफ बढ़ा है। खासकर महिलाएं ज्यादा बचत करने लगी हैं। जिन परिवारों में महिलाएं बचत करती हैं, वहां पति-पत्नी दोनों रात को चैन की नींद सोते हैं। इस अध्ययन में शामिल 4653 लोगों में से 68 प्रतिशत ने माना कि भविष्य की चिंता उन्हें बीमार और कुंठित बनाती है।
पहचानें, बर्न आउट सिंड्रोम
पिछले दिनों अमेरिका के वर्जीनिया शहर में काम करने वाली रियल एस्टेट एजेंट करेन शिरो को लगा कि वो बुरी तरह बर्नआउट का शिकार हो रही हैं। अपने एक दोस्त के कहने पर वो रिया बैचेल्डर से मिलीं। रिया बर्नआउट कोच हैं और ऐसे लोगों की ऑनलाइन व ऑफलाइन मदद करती हैं, जिन्हें लगता है कि वो काम की वजह से थक रहे हैं।
क्या है बर्न आउट सिंड्रोम के लक्षण-
इस सिंड्रोम पर अध्ययन करने वाले प्रोफेसर माइकल लीटर कहते हैं, ‘जब आपको लगने लगे कि आपके भीतर एक प्रेशर कुकर है जो फटने की कगार पर है, तो इसका मतलब है आपको फौरन किसी विशेषज्ञ से मदद लेनी चाहिए।’
बर्न आउट syndromeसे निपटने के उपाय-
रिया कहती हैं कि इस स्थिति से बचने के लिए आपको अपनी हदें तय करनी पड़ेंगी। घर हो या बाहर रोज अपने लिए कुछ वक्त रखना पड़ेगा। रोज दस घंटे से अधिक काम नहीं करें। अपनी पसंद का काम करें और व्यायाम करना कभी ना छोड़ें। इस अध्ययन के मुताबिक पूरी दुनिया में हर चार में से एक व्यक्ति बर्नआउट का शिकार है। इसमें महिलाओं की संख्या ज्यादा है क्योंकि उन्हें अकसर यह पता ही नहीं चलता कि उन्हें बर्नआउट हो रहा है।
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