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क्यों मनाया जाता है 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे, जानिए वैलेंटाइन डे का इतिहास

Tara Tandi
9 Feb 2022 3:08 AM GMT
क्यों मनाया जाता है 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे, जानिए वैलेंटाइन डे का इतिहास
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साल के सबसे रोमांटिक हफ्ते की शुरुआत हो चुकी है। वैलेंटाइन वीक के हर दिन को खास तरीके से मनाया जाता है। कपल वैलेंटाइन डे को लेकर उत्साहित रहते हैं।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। साल के सबसे रोमांटिक हफ्ते की शुरुआत हो चुकी है। वैलेंटाइन वीक के हर दिन को खास तरीके से मनाया जाता है। कपल वैलेंटाइन डे को लेकर उत्साहित रहते हैं। वैलेंटाइन डे प्यार का दिन होता है। कपल्स इस दिन मिलकर एक-दूसरे के साथ वक्त बिताते हैं। एक दूसरे से अपनी भावनाओं का इजहार करते हैं। वैलेंटाइन डे को प्यार करने वालों के दिन के तौर पर सेलिब्रेट किया जाता है। भारत ही नहीं विश्व के कई देशों में वैलेंटाइन डे मनाया जाता है लेकिन क्या आपको पता है कि वैलेंटाइन डे की शुरुआत कब हुई? वैलेंटाइन डे 14 फरवरी को ही क्यों मनाया जाता है? वैलेंटाइन डे किसके प्यार की कहानी से जुड़ा दिन है? वैलेंटाइन डे से जुड़ी एक रोचक कहानी है, जो किसी के प्यार और बलिदान को समर्पित है। इस वैलेंटाइन डे के मौके पर जानिए वैलेंटाइन डे का इतिहास, इसे 14 फरवरी के दिन मनाने की वजह और वैलेंटाइन डे को प्यार के दिन के तौर पर मनाने की कहानी।

वैलेंटाइन डे मनाने की शुरुआत कब से हुई?
वैलेंटाइन डे 14 फरवरी को मनाया जाता है। इस दिन को मनाने की शुरुआत रोम के राजा क्लॉडियस के दौर में हुई थी। उस समय रोम में एक पादरी थे, जिनका नाम सेंट वैलेंटाइन था। उन्हीं के नाम पर वैलेंटाइन डे मनाने की शुरुआत हुई।
क्यों मनाया जाता है वैलेंटाइन डे
दरअसल, सैंट वैलेंटाइन दुनिया में प्यार को बढ़ावा देने के बारे में सोचते थे। लेकिन उस शहर के राजा क्लॉडियस को ये बात पसंद नहीं थी। राजा का मानना था कि प्यार और शादी पुरुषों की बुद्धि और शक्ति को खत्म कर देती है। इसलिए राजा ने आदेश जारी किया था कि राज्य के सैनिक और अधिकारी शादी नहीं कर सकते।
14 फरवरी को सैंट वैलेंटाइन को हुई थी फांसी
सेंट वैलेंटाइन ने राजा के आदेश का विरोध करते हुए कई अधिकारियों और सैनिकों की शादी कराई। राजा इस बात पर भड़क गए और उन्होंने 14 फरवरी 269 के दिन सेंट वैलेंटाइन को फांसी पर चढ़ा दिया। उनके निधन के बाद हर साल 14 फरवरी को सैंट वेलेंटाइन के बलिदान को याद करने के लिए इसे 'प्यार के दिन' के तौर पर मनाया जाने लगा।
सेंट वैलेंटाइन ने जेलर की बेटी को नेत्र किए थे दान
उनके निधन को एक और खास वजह से याद किया जाता है। उन दिनों शहर के जेलर की एक बेटी थी, जैकोबस नाम की वह लड़की नेत्रहीन थी। सेंट वैलेंटाइन ने अपनी मौत के समय जेलर की बेटी को अपनी आंखें दान की। इसके साथ ही एक पत्र जैकोबस के नाम लिखा, जिसमें उन्होंने लिखा था, 'तुम्हारा वैलेंटाइन'।


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