लाइफ स्टाइल

इस पौधे को क्यों कहा जाता है Insulin Plant? शुगर पेशेंट जरूर चबाएं इसके पत्ते

Subhi
15 Sep 2022 1:31 AM GMT
इस पौधे को क्यों कहा जाता है Insulin Plant? शुगर पेशेंट जरूर चबाएं इसके पत्ते
x
डायबिटीज के मरीजों को अपने खाने पीने को लेकर हर वक्त ध्यान रखना पड़ता है, क्योंकि उनकी जरा सी गलती से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल से बाहर जा सकता है और फिर किडनी डिजीज, हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारियों का शिकार होना पड़ सकता है.

डायबिटीज के मरीजों को अपने खाने पीने को लेकर हर वक्त ध्यान रखना पड़ता है, क्योंकि उनकी जरा सी गलती से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल से बाहर जा सकता है और फिर किडनी डिजीज, हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारियों का शिकार होना पड़ सकता है. मधुमेह के मरीजों को अक्सर इंसुलिन की कमी हो जाती है जो ग्लूकोज के स्तर को बढ़ा देता है. ऐसे में ज्यादातर हेल्थ एक्सपर्ट हेल्दी डाइट लेने की सलाह देते हैं जिससे शुगर पेंशेंट को परेशानियों का सामना न करना पड़े. ऐसी स्थिति में एक खास तरीके का पत्ता चबाया जा सकता है.

डायबिटीज के मरीजों के लिए खास है 'इंसुलिन प्लांट'

डायबिटीज (Diabetes) के मरीजों के लिए 'इंसुलिन प्लांट' (Insulin Plant) किसी औषधि से कम नहीं है. इसका साइंटिफिक नाम 'केमीकोस्टस कस्पीडटेस' Chamaecostus Cuspidatus) है. इसे 'इंसुलिन प्लांट' के नाम से इसलिए पुकारा जाता है क्योंकि इसकी पत्तियों को चबाने से हमारे शरीर में इंसुलिन का लेवल मेंटेन रहता है.

इंसुलिन के पौधे की पत्तियों के फायदे

-इंसुलिन प्लांट में एस्कॉर्बिक एसिड, आयरन, बीटा कैरोटीन, कोरोसॉलिक एसिडफ्लेवोनोइड्स, टेरपेनोइड्स, प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा पाई जाती है जो शरीर के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकते हैं.

-इंसुलिन प्लांट में कोर्सोलिक एसिड की भरपूर मात्रा पाई जाती है जिससे सर्दी, खांसी, जुकान, लंग्स डिजीज, अस्थमा और इंफेक्शन से आराम मिलता है. शुगर के मरीज थोड़ी थोड़ी देर में इस पौधे के पत्ते चबाएंगे तो बॉडी में इंसुलिन बनने लगेगा.

-ज्यादातर हेल्थ एक्सपर्ट इस बात की सलाह देते हैं कि इंसुलिन के पौधे की पत्तियों को करीब एक महीने तक रोजाना चबाएंगे तो डायबिटीज के मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी. इसका पाउडर भी बाजार में मिलता है जो सेवन के लिए उपयुक्त है. आफ चाहें तो इंसुलिन प्लांट की पत्तियों को धूप में सुखाकर इसका पाउडर तैयार कर सकते हैं.


Next Story