लाइफ स्टाइल

क्यों बच्चे के जन्म के बाद अचानक बढ़ी हुई दिखने लगती है मां की उम्र?

Rani Sahu
8 Jun 2021 1:14 PM GMT
क्यों बच्चे के जन्म के बाद अचानक बढ़ी हुई दिखने लगती है मां की उम्र?
x
बच्चे काे जन्म देने के बाद मां में कई तरह के बदलाव देखने में आते हैं

बच्चे काे जन्म देने के बाद मां में कई तरह के बदलाव देखने में आते हैं। शारीरिक बदलाव तो अपनी जगह ठीक हैं, लेकिन माताओं की उम्र अचानक से बढ़ी हुई दिखने लगती है। इस विषय पर अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया ने हाल ही में अध्ययन भी किया है। चिकित्सकों के मुताबिक इस तरह से उम्र का तीन से सात साल तक बढ़ा हुआ दिखना नई माताओं में ही ज्यादा देखा जाता है क्योंकि वे इस जिम्मेदारी का पहली बार हिस्सा बन रही हैं। जिन्हें दूसरा या तीसरा बच्चा हो रहा होता है, उनमें इस तरह का बदलाव नहीं आता है। हालांकि इस पीछे कई सारे कारण व परिस्थितियां हैं। अगली स्लाइड्स से जानते हैं कि क्यों इस तरह से बच्चे के जन्म के बाद माताओं की उम्र में परिवर्तन दिखाई देने लगता है?

बीमारियों के भी मिले संकेत

अध्ययन में एक साल के बच्चों की 33 माताओं से पूछा गया कि बच्चे के पैदा होने के बाद से उन्होंने कितनी नींद ली है। उनमें से आधी से अधिक का कहना था कि वे रात में सात घंटे से कम सो पा रही हैं। शोध के विश्लेषण के लिए उनके रक्त का नमूना लिया गया। उसकी जांच से उनकी उम्र में तेजी से वृद्धि का पता लगा। साथ ही चिंता की बात तो यह थी कि उसमें अन्य बीमारियों के संकेत भी मिले। शोध विशेषज्ञ कैरॉल का कहना है कि अभी इस शोध पर और अध्ययन की जरूरत है।

शुरुआती छह माह हैं महत्वपूर्ण

बच्चे के पैदा होने के बाद से छह महीने बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। बच्चे इस दौरान परेशान भी ज्यादा करते हैं क्योंकि उन्हें बाहरी माहौल की आदत नहीं होती है। इन्हीं दिनों मां भी कमजोर रहती हैं, इसलिए पर्याप्त रखरखाव और नींद की उन्हें भी आवश्यकता होती है। ऐसे में यदि नींद पूरी नहीं होती है तो बीमारियों के खतरे बढ़ते हैं। इसके बाद के महीनों में तो बच्चों को सुलाकर मां सो जाती हैं, उनकी नींद पूरी हो जाती है।

नींद नहीं हो पाती है पूरी

रात में बार-बार बच्चों को फीड करना, उनकी नैपी बदलना और उनकी देखभाल करने के अलावा कई सारे काम ऐसे होते हैं, जो कि माताओं ने पहले नहीं किए हुए होते हैं। समय-बेसमय इन कामों को कारण से मां की दिनचर्या प्रभावित होती है। कई बार उनकी नींद पूरी नहीं हो पाती है। उनकी नियमित रूप से रात में सात घंटे से कम ही नींद हो पाती है। इसका असर उनकी उम्र पर दिखाई देने लगता है। ये होता है कि माताओं की उम्र उनकी वास्तविक उम्र से तीन से सात साल तक ज्यादा लगने लगती है।

इस तरह से रखें ध्यान

ऐसे समय में जरूरी है कि मां खुद का ध्यान भी सही ढंग से रखें नहीं तो वाकई वे जब अपनी उम्र से अधिक की दिखने लगेंगी तो खुद से ही बहुत हद तक उदास हो जाएंगी। माताओं के लिए इसलिए जरूरी है कि जब भी मौका मिले, झपकी ले लें। जब कभी भी, जहां कहीं भी मदद की जरूरत हो, पति, पार्टनर, बच्चों की दादी-नानी, दादा-नाना आदि से सहयोग ले लेना चाहिए क्योंकि इन लोगों को अनुभव होता है तो ऐसे कोई चिंता की बात नहीं है।

नोट- यह लेख चाइल्डकेयर हॉस्पिटल की डॉक्टर साधना राज से बातचीत के आधार पर तैयार किया गया है। डॉक्टर साधना राज पिछले 16 सालों से प्रैक्टिस कर रही हैं। उन्होंने अपनी डिग्री एमजीएम मेडिकल कॉलेज, इंदौर से ली है।

अस्वीकरण- अमर उजाला की हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। अमर उजाला लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित अस्वीकरण- बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।


Next Story