लाइफ स्टाइल

क्यों होते है लोग लव ट्रॉमा सिंड्रोम का शिकार

Apurva Srivastav
4 March 2023 1:55 PM GMT
क्यों होते है लोग लव ट्रॉमा सिंड्रोम का शिकार
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जब कोई खास रिश्ता टूटता है, तो पीड़ित व्यक्ति का रोना लाजमी है
अक्सर हम जब किसी रिश्ते में होते हैं, तो हमारे हाव भाव लाइफस्टाइल हर चीज में एक अलगपन देखने को मिलता है. कई बार तो हमारा रिश्ते के प्रति समर्पण इतना अधिक हो जाता है कि लोग जब अलग होते हैं या जब ब्रेक अप होता है, तो उस स्तिथि में उनकी स्तिथि बहुत ही ज्यादा खराब हो जाती है. ऐसे में लोग अक्सर लव ट्रॉमा सिंड्रोम (Love Trauma Syndrome) का शिकार हो जाते हैं. इससे उनकी पर्सनल, सोशल, प्रोफेशनल लाइफ पर बुरा असर पड़ता है. कई बार तो इससे बाहर आने में लोगों का अच्छा खासा समय निकल जाता है.
आपको बता दें कि साल 1999 में लव ट्रॉमा सिंड्रोम का मॉडल विकसित किया. जिसमें उन्होंने किसी रोमांटिक रिलेशनश‍िप के ब्रेकअप के बाद की स्थ‍ितियों के बारे में गहराई से बताया है. आजतक की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस सिंड्रोम में डॉ रॉस ने कई ऐसे गंभीर लक्षणों का जिक्र किया है, जो कि लोगों में रोमांट‍िक रिलेशनश‍िप टूटने के बाद नजर आए. ये सिंड्रोम (Love Trauma Syndrome) लोगों में लंबे समय तक रहता है, यही नहीं ये लोगों के सोशल, एजुकेशनल और प्रोफेशनल एरिया में परफॉर्मेंस को भी बुरी तरह से प्रभावित कर देता है.
एक्सपर्ट्स की अनुसार, कई रिसर्च में पाया गया है कि जब रोमांटिक रिलेशनश‍िप में लोगों को खुद के प्रति रिजेक्शन का भाव मन में बैठ जाता है, उनमें सेपरेशन एंजाइटी लंबे समय तक रहती है. यही एंजाइटी धीरे धीरे हायर डिग्री के डिप्रेशन में बदल जाती हैं. इसके अलावा लोगों में आत्मविश्वास की कमी आ जाती है. इसके अलावा लोगों में अलगाव सा पैदा हो जाता है. लोग समाज से कटने लगते हैं.
जब कोई खास रिश्ता टूटता है, तो पीड़ित व्यक्ति का रोना लाजमी है. इसके साथ साथ व्यक्ति में हताशा, निराशावाद, भावनात्मक परिवर्तन, दैनिक गतिविधियों को करने के लिए प्रेरणा की कमी होती है. व्यक्ति के खाने पीने से लेकर नींद तक सब कुछ डिस्टर्ब हो जाती है और भविष्य के प्रति निराशा का अनुभव होता है. व्यक्ति को दुख और उदासी हर वक्त घेरे रहती है. इसके अलावा वह पूरी तरह से नकारात्मकता से घिर जाता है.
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