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किन्हें होता है साइलेंट हार्ट अटैक का रिस्क

Apurva Srivastav
16 March 2023 1:36 PM GMT
किन्हें होता है साइलेंट हार्ट अटैक का रिस्क
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साइलेंट हार्ट अटैक के रिस्क फैक्टर हार्ट अटैक जैसे ही होते हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मध्यप्रदेश के उज्जैन शहर में 17 साल के लड़के की साइलेंट हार्ट अटैक से मौत हो गई। लड़का महाकालेश्वर मंदिर के सहायक पुजारी का बेटा था, जो रंग पंचमी के अवसर पर हुए आयोजन में भाग ले रहा था। जो लोग वहां मौजूद थे उन्होंने बताया कि तलवारबाजी करते वक्त अचानक लड़का असहज महसूस करने लगा, जिसके बाद उसे फौरन अस्पताल ले जाया गया। यह घटना साइलेंट हार्ट अटैक नाम की एक गंभीर स्वास्थ्य स्थिति की ओर हमारा ध्यान खींचती है, जिसे युवा लड़के की मृत्यु का कारण बताया जा रहा है।
साइलेंट हार्ट अटैक क्या है?
जैसा कि नाम से जाहिर है, हार्ट अटैक को साइलेंट तब माना जाता है, जब यह बिना किसी लक्षण के आ जाए। इस मामलें में लक्षण इतने हल्के होते हैं, कि उस पर ध्यान नहीं जाता। साइलेंट हार्ट अटैक भी दिल के दौरे की तरह ही होता है, लेकिन यह उससे कहीं ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस दौरान मरीज को किसी तरह के संकेत नहीं मिलते। हार्वर्ड की एक रिपोर्ट कहती है, कि साइलेंट हार्ट अटैक, जिसे साइलेंट मायोकार्डियल इन्फ्रक्शन (SMI) के नाम से भी जाना जाता है, 45% दिल के दौरे का कारण बनता है। यह महिलाओं की तुलना में पुरुषों को अधिक प्रभावित करता है।
साइलेंट हार्ट अटैक ज्यादा खतरनाक क्यों होता है?
साइलेंट हार्ट अटैक के संकेत इतने हल्के होते हैं कि मरीज इसे नजरअंदाज कर देता है, जिससे मेडिकल मदद मिलने में देर हो जाती है। साइलेंट हार्ट अटैक के लक्षण इतने हल्के और कम समय के लिए महसूस होते हैं कि इन्हें गंभीर नहीं माना जाता।
हार्ट अटैक के संकेत जिन्हें लेकर सतर्क रहना चाहिए
सीने में जकड़न, सीने में दर्द, सीने में भारी दबाव, हाथों, गर्दन और जबड़े में तेज दर्द और अचानक सांस फूलना, दिल के दौरे के आम संकेत हैं, जो आमतौर पर साइलेंट हार्ट अटैक में नहीं देखे जाते। इसलिए यह संकेत अगर हल्के भी हैं, तो भी इन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। मरीज को फौरन अस्पताल ले जाना चाहिए।
साइलेंट हार्ट अटैक का रिस्क किन्हें है?
साइलेंट हार्ट अटैक के रिस्क फैक्टर हार्ट अटैक जैसे ही होते हैं। इसका जाखिम उन लोगों में बढ़ जाता है, जो स्मोक करते है, मोटापे से पीड़ित हैं, एक्सरसाइज की कमी, हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल का उच्च स्तर और डायबिटीज जैसी बीमारी से जूझ रहे हैं। हालांकि, साइलेंट हार्ट अटैक में किसी तरह के संकेत नहीं देखे जाते, लेकिन शरीर को लंबा नुकसान पहुंचाता है।
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