लाइफ स्टाइल

आपको कब अपने करियर के बारे में सीरियसली सोचना शुरू करना चाहिए

Kajal Dubey
29 April 2023 5:35 PM GMT
आपको कब अपने करियर के बारे में सीरियसली सोचना शुरू करना चाहिए
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जहां पिछली पीढ़ी एक ही नौकरी में पूरी ज़िंदगी निकाल दिया करती थी, आज की पीढ़ी नौकरी ही नहीं करियर बदलने तक का एक्सपेरिमेंट करने के लिए तैयार हो जाती है. करियर के नए-नए विकल्प, टेक्नोलॉजी के माध्यम से ज़्यादा से ज़्यादा एम्प्लॉयर्स तक पहुंच और आंट्रप्रनरशिप की ओर बढ़ता रुझान इसके कुछ प्रमुख कारण हैं. आपकी ज़िंदगी में भी ऐसा समय आया होगा, जब आपने नौकरी छोड़ने या करियर बदलने के बारे में गंभीरता से सोचा होगा. आइए, जानें कब हमें अपने दिल की बात पर भरोसा करके आगे बढ़ जाना चाहिए. और एक बार आगे बढ़ने का फ़ैसला लेने के बाद ख़ुद को कैसे ट्रैक पर रखा जा सकता है.
नौकरी में लव और अरेंज्ड मैरिज वाला फ़ंडा
कभी आपने सोचा है, नौकरी और शादी में एक अजीब सी समानता है! जिस तरह एक उम्र के बाद हमारी शादी हो जाती है, उसी तरह हममें से ज़्यादातर लोग कॉलेज से निकलने के बाद पैसे कमाने के लिए नौकरी जॉइन कर लेते हैं. बहुत कम लोग ही होते हैं, जो करियर बनाने के लिहाज से नौकरी शुरू करते हैं. हां, शुरुआती कुछ सालों बाद हमें अंदाज़ा हो जाता है कि हमें किस क्षेत्र में करियर बनाना है और हम उस क्षेत्र से जुड़ जाते हैं. जो लोग अपनी पसंद-नापसंद के बारे में नहीं भी सोचते, उन्हें भी जिस क्षेत्र में लंबे समय से काम कर रहे होते हैं, उससे लगाव हो ही जाता है और वे उस क्षेत्र के विशेषज्ञ हो जाते हैं. यानी यहां भी लव मैरिज और अरेंज्ड मैरिज वाला फ़ंडा ही काम करता है. कहने का मतलब आपकी लव मैरिज हो या अरेंज्ड मैरिज शादी के बाद होते-होते प्यार और लगाव हो ही जाता है. अब आगे की कहानी हम शादी और प्यार के ट्रैक से अलग हटकर बयां करना चाहेंगे, क्योंकि मुझसे कहा गया है कि करियर का आर्टिकल लिखना है, रिलेशनशिप पर नहीं.
तो कब समझें कि नौकरी बदलने का वक़्त आ गया है?
इस सवाल का जवाब पाने के लिए ख़ुद से कुछ सवाल करें.
* हम किसी संस्था के लिए काम क्यों करते हैं? अपनी ज़िंदगी के महत्वपूर्ण घंटे देने के बाद हमारी क्या उम्मीदें होती हैं? हम किसी संस्था के लिए काम पैसे कमाने और अपनी स्किल्स को निखारने के लिए करते हैं. रही बात उम्मीदों की तो स्वाभाविक तौर पर हम उम्मीद रखते हैं कि कंपनीा से हमें सहायता, समर्थन और थोड़ी प्रशंसा भी मिलेगी. पर जब आपको ऑफ़िस से यह सब न मिले तो समझ जाइए कि नौकरी बदलने का वक़्त आ गया है.
* इस लेख को लिखने से पहले जितने लोगों से बात की उनमें से ज़्यादातर लोग अपनी नौकरी बॉस से परेशान होकर छोड़ते हैं. ज़ाहिर है, जब कोई प्रोत्साहित करने और काम की तारीफ़ करने के बजाय बात बेबात पर आपको सुनाने लगे तो बुरा तो लगता ही है. पर यदि नौकरी छोड़कर जाने का कारण सिर्फ़ और सिर्फ़ बुरा बॉस हो तो एक बार दोबारा सोचा जा सकता है. हो सकता है आप बॉस और बॉस आपके बारे में अपनी धारणा बदल लें, पर यदि समय देने के बाद भी हालात न सुधरें तो आप वहां से जाने के बारे में सोचना शुरू कर दें.
कुछ बॉस आपको अलग तरह से डीमोटिवेट करते हैं. वे आपके काम के बारे में तो कुछ नहीं कहते, पर नौकरी जाने का डर दिखाकर डराते हैं. यहां इस बात को समझें कि डरा हुआ आदमी दूसरों को डराता है. वह अपना डर दूसरों के अंदर भी इंस्टॉल करना चाहता है. अगर आपका बॉस आपको वक़्त बेवक़्त नौकरी जाने की कहकर डराता हो तो उसे उसके हाल पर छोड़कर आगे बढ़ जाइए.
* दूसरा अहम कारण होता है सालों साल एक ही जगह, एक ही तरह का काम करते रहने से पैदा होनेवाली बोरियत. अगर आपको प्रतिभा के बावजूद कुछ नया करने नहीं मिल रहा है, नई ज़िम्मेदारी नहीं मिल रही है, तो सोचें यहां और कुछ साल टिके रहकर क्या मिलेगा? अच्छा वेतन, दिलचस्प प्रोजेक्ट और पर्सनल ग्रोथ इन पैमानों पर अपनी मौजूदा नौकरी को परखिए. अगर आपको ये अवसर नज़र न आ रहे हों तो अब कुछ समझने-समझाने के लिए रह नहीं गया है.
* मेहनत और थकान का नाता भी आपकी मदद करेगा. आपने ग़ौर किया होगा कि कई बार हम लंबे घंटों तक काम करने के बावजूद थकान का अनुभव नहीं करते. फ्रेश रहते हैं, क्योंकि हम अपने काम से प्रेम करते हैं. देखा जाए तो आप अपने काम को पसंद करते हैं या नहीं, जानने का सही पैमाना भी यही है. वहीं अगर आप काम के घंटे पूरे करने में ही बोरियत महसूस करने लगें तो आपको जॉब चेंज करने के बारे में ‌सीरियसली सोचना शुरू कर देना चाहिए. अगर आप यहां से नौकरी छोड़ने की सोचकर राहत महसूस कर रहे हों तो आगे बढ़िए, अच्छी ज़िंदगी आपका इंतज़ार कर रही है.
अचानक नौकरी छोड़नी पड़े तो याद रखें ये 5 बातें
आप जो सोचते हैं, अक्सर वह कुछ समय बाद घटित होना शुरू हो जाता है. अगर आप अपनी नौकरी से संतुष्ट नहीं हैं और जॉब छोड़ने के बारे में गंभीर हैं तो वक़्त बेवक़्त परिस्थितियां ऐसी बन जाती हैं कि आपको आगे बढ़ने का फ़ैसला लेना ही पड़ता है. अगर आप बिना फ़्यूचर की प्लैनिंग के नौकरी छोड़ रहे हैं तो ख़ुद को मोटिवेटेड रखने के लिए इन बातों पर ध्यान दें.
* मौजूदा नौकरी अचानक छोड़ने का यह मतलब नहीं है कि आपके पास कुछ नहीं है. देखिए, नौकरी से निकाले जाने का मतलब जीवन का अंत नहीं होता, यहां तो आप ख़ुद ही सख़्त नापसंद हो चुकी नौकरी छोड़ने का फ़ैसला कर रहे हैं. सोचिए दुनिया में कितने कम लोग होंगे, जो यह कह सकेंगे कि मैंने अच्छी-ख़ासी चल रही नौकरी छोड़ दी, क्योंकि मैं बोर हो गया था/गई थी. तो सबसे पहले यह साहसी फ़ैसला लेने के लिए ख़ुद पर गर्व करें.
* आपने नौकरी छोड़ दी है, पर आपकी योग्यता और कौशल तो अभी भी आपके पास ही है. उसपर भरोसा बनाए रखें. ऐसा भी हो सकता है कि जल्द ही आपको पिछली नौकरी से कहीं बेहतर काम मिल जाए. इसमें कुछ सप्ताह से लेकर कुछ महीनों तक का समय लग सकता है. इंटरव्यू देने के इस फ़ेज़ को एन्जॉय कीजिए. सोचिए आप कितने नए लोगों से मिल रहे हैं. आपके पुराने ऑफ़िस के बाहर भी एक दुनिया है. उस ‌दुनिया का अनुभव लीजिए.
* जॉब से ब्रेक लेने के बाद आपको अपने कार्यक्षेत्र से जुड़ी ख़बरों और लोगों से पूरी तरह अलग नहीं कर लेना चाहिए. हालांकि आप जब नौकरी पर थे, तब मन करता था कि इस दुनिया को छोड़-छाड़कर कहीं दूर चले जाएं. पर यदि आप नौकरी छोड़ने के बाद दोबारा नौकरी तलाश करना चाहते हैं तो अपने नेटवर्क्स को ज़िंदा रखें. ये संपर्क आपके काम आ सकते हैं. यदि सबसे संबंध बनाए रखने का मन न हो तो कम से कम उन लोगों के संपर्क में बने रहें, जिनपर आपको पूरा भरोसा हो.
* ग़लती से भी अपने फ़ैसले पर पछताने की भूल न करें, इससे नकारात्मकता आप पर हावी हो जाएगी. आपने जो एक बार सोच लिया, फ़ैसला ले लिया तो आगे की ही सोचें. पुराने ऑफ़िस के कम्फ़र्ट ज़ोन के बारे में सोचकर पछताने से कोई फ़ायदा नहीं. अगर आप अतीत की मोह-माया में फंसे रहेंगे तो ख़ुद को और ज़्यादा मुश्क़िल में पाएंगे.
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