धर्म-अध्यात्म

कब है अप्रैल माह में पूर्णिमा और अमावस्या

Apurva Srivastav
27 March 2023 12:37 PM GMT
कब है अप्रैल माह में पूर्णिमा और अमावस्या
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हिंदू धर्म में पूर्णिमा और अमावस्या का विशेष महत्व माना गया है.
हिंदू धर्म में पूर्णिमा और अमावस्या का विशेष महत्व माना गया है. हिंदू पंचांग के अनुसार पूर्णिमा और अमावस्या (Purnima and Amavasya Dates in april 2023) की तिथि मनुष्यों पर विशेष प्रभाव डालती है. हिन्दू पंचांग के मुताबिक, साल में 12 पूर्णिमा और 12 अमावस्या आती हैं. प्रत्येक महीने के 30 दिन को चन्द्र काल के अनुसार 15-15 दिन के दो पक्षों में विभाजित किया गया है. जिसमें एक पक्ष को शुक्ल पक्ष, तो दूसरे पक्ष को कृष्ण पक्ष के रूप में जाना जाता है. जब शुक्ल पक्ष चल रहा होता है, उसके अन्तिम दिन यानी 15वें दिन को पूर्णिमा कहते हैं वहीं जब कृष्ण पक्ष का अंतिम दिन होता है तो वह अमावस्या कहलाती है. दोनों का ही अपने आप में विशेष महत्व माना गया है.
अप्रैल 2023 में पूर्णिमा कब है? ( Purnima In April 2023)
पंचांग के अनुसार, इस साल चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि 5 अप्रैल 2023 को सुबह 09 बजकर 19 मिनट पर शुरू होगी और इसकी समाप्ति 06 अप्रैल 2023 को सुबह 10 बजकर 04 मिनट पर होगी. चैत्र पूर्णिमा (Purnima and Amavasya Dates in april 2023) के दिन व्रत, पवित्र नदी में स्नान-दान और श्रीहरि, बजरंगबली का पूजन करने का विधान है. इस साल चैत्र पूर्णिमा का व्रत 5 अप्रैल 2023 को रखा जाएगा. वहीं उदयातिथि के अनुसार पूर्णिमा स्नान 6 अप्रैल 2023 को होगा. हनुमान जन्मोत्सव भी 6 अप्रैल 2023 को ही मनाया जाएगा.
अप्रैल 2023 में अमावस्या कब है? ( Amavasya In April 2023)
हिन्दू धर्म में अमावस्या का विशेष महत्व माना गया है. अमावस्या (Purnima and Amavasya Dates in april 2023) से तात्पर्य उस रात से है, जब चन्द्रमा पूर्ण रूप से नहीं दिखाई देता है. अमावस्या की रात हर 30 दिन बाद आती है, यह ऐसा कहा जा सकता है कि अमावस्या एक महीने में एक बार आती है. चन्द्रमा के घटते और बढते हुए को पक्ष कहा जाता है, जो कि दो प्रकार के होते है शुक्ल पक्ष और कृष्णपक्ष. अप्रैल 2023 में अमावस्या 20 अप्रैल को पड़ रही है. आपको बता दें कि अप्रैल माह में पड़ने वाली अमावस्या 19 अप्रैल 2023 को सुबह 11.24 पर शुरु हो जाएगी और वह 20 अप्रैल को सुबह 9 बजकर 42 मिनट पर खत्म होगी.
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