लाइफ स्टाइल

यूरिक एसिड बढ़ने पर क्या खाना चाहिए और क्या नहीं... जानिए

Ritisha Jaiswal
5 Aug 2021 1:26 PM GMT
यूरिक एसिड बढ़ने पर क्या खाना चाहिए और क्या नहीं... जानिए
x
यूरिक एसिड एक ऐसा केमिकल है जो शरीर में तब बनता है जब ये प्यूरीन को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ता है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | यूरिक एसिड एक ऐसा केमिकल है जो शरीर में तब बनता है जब ये प्यूरीन को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ता है। बॉडी में इसका लेवल बढ़ने से कई तरह की दिक्कते होने लगती हैं। इसमें गठिया, शुगर, हार्ट, किडनी की बीमारियां शामिल हैं। इसके बढ़े होने का पता ब्लड टेस्ट के जरिए लगाया जा सकता है। अगर इसे कई दिनों तक नजरअंदाज किया जाए तो इसका सीधा असर किडनी को फंक्शन पर पड़ता है। क्योंकि ऐसे में किडनी, ब्लड से इसे फिल्‍टर नहीं कर पाती है। जिसके चलते ब्लड में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ने लगता है। अगर आप बढ़े हुए यूरिक एसिड को कंट्रोल करना चाहते हैं तो सबसे पहले इसके लक्षण को जानना होगा। बढ़े हुए यूरिक एसिड में खानपान का खास ख्याल रखना पड़ता है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल ये होता है कि इस बीमारी में क्या खाना सही रहेगा और क्या नहीं?आइए जानते हैं क्या है यूरिक एसिड और शरीर में इसके बढ़ने की वजह क्या है। साथ ही जानते हैं कि यूरिक एसिड बढ़ने के दौरान क्या खाएं और क्या नहीं

क्या है यूरिक एसिड
यूरिक एसिड हमारे रक्त में मौजूद एक रसायन है। जिसका लेवल बढ़ने से गाउट या गठिया जैसी दिक्कत हो सकती है। इसके बढ़ने से हाथ पैरों में सूजन और दर्द की शिकायत रहती है। दरअसल, शरीर के जोड़ों में जब काफी मात्रा में यूरेट क्रिस्टल इकठ्ठा हो जाता है तो ये दर्द की वजह बनता है। वहीं, यूरिक एसिड का लेवल बढ़ने से गुर्दे की पथरी भी हो सकती है और यह नेफ्रोपैथी या गुर्दे की खराबी का संकेत भी हो सकता है।
बैलेंस्ड डाइट है जरूरी
शरीर के लिए बैलेंस्ड डाइट बहुत जरूरी होती है। ऐसे में दाल, सब्ज़ियों और फलों का पर्याप्त मात्रा में सेवन न करने से विटामिन बी, नियासिन या विटामिन बी3 और फोलिक एसिड जैसी चीजों की कमी शरीर में हो सकती है। जिसकी वजह से पेलाग्रा हो सकता है, जिससे मनोभ्रंश, दस्त और जिल्द की सूजन हो सकती है। साथ ही कम फोलिक एसिड आपको एनीमिक बना सकता है। इसलिए हमेशा बैलेंस्ड डाइट को फॉलो करना बेहतर होगा।
इन चीजों को खाने से बचें
यूरिक एसिड के लेवल को बढ़ने से रोकने के लिए आपको बीयर, रेड मीट और शेलफिश जैसी उन चीजों के सेवन से बचना चाहिए। जिसमें प्यूरीन काफी मात्रा में होता है। दरअसल, हमारे द्वारा खाए जाने वाले प्रोटीन को तोड़कर प्यूरीन बनता है। शरीर में प्यूरीन की मात्रा जितनी ज्यादा होगी, सीरम यूरिक एसिड के बढ़ने की संभावना उतनी ही ज्यादा होगी। इसलिए चीनी, चॉकलेट और अल्कोहल जैसी चीजों के सेवन से भी बचना ज़रूरी है क्योंकि ये प्यूरीन के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करते हैं। साथ ही लीवर, केकड़े, बीन्स, मटर, शतावरी, पालक और मशरूम जैसी चीजों से भी परहेज करना बेहतर होगा।
इन चीजों का करें सेवन
दूध और अंडे में प्यूरीन की मात्रा कम होती है इसलिए इनको डाइट में शामिल किया जा सकता है। इसके साथ ही प्लांट प्रोटीन, डेयरी प्रोडक्ट्स और दुबली मछलियों को भी डाइट में शामिल किया जा सकता है। कॉफी का सेवन भी आप कर सकते हैं क्योंकि ये यूरिक एसिड लेवल को कंट्रोल करने में मदद करती है। साथ ही आप विटामिन-सी से भरपूर चीजों का सेवन भी कर सकते हैं।


Next Story