लाइफ स्टाइल

क्या जरूरी है मानसिक कसरत

Apurva Srivastav
18 April 2023 1:16 PM GMT
क्या जरूरी है मानसिक कसरत
x
मैसाचुसेट्स के बोस्टन विश्वविद्यालय में लौरा लुईस नाम के एक वैज्ञानिक ने न्यू साइंटिस्ट को बताया कि लोग तीव्र दृष्टि या फिर जानबूझकर घूर कर देखने से अपने मस्तिष्क से अपशिष्ट उत्पादों को बाहर निकालने में सक्षम हो सकते हैं। नसों की इस तेज गतिविधि के बाद मस्तिष्क की अपशिष्ट निपटान प्रणाली सक्रिय हो सकती है। हालांकि, पिछले अध्ययनों में दावा किया गया था कि नींद के दौरान मस्तिष्क विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल सकता है। मस्तिष्क की अपशिष्ट निपटान प्रणाली में एक मस्तिष्कमेरु द्रव (CSF) होता है, जिसे मस्तिष्क में पंप किया जाता है और ग्लाइम्फेटिक सिस्टम नामक महीन नलियों के एक नेटवर्क के माध्यम से इसे छोड़ा जाता है। इसकी खोज साल 2012 में हुई थी।
शोध में हुआ खुलासा
शोधकर्ताओं ने 20 वालंटियर को स्कैनर के अंदर एक स्क्रीन देखने के लिए कहा, इसमें एक ऐसा पैटर्न देखने को दिया गया था जिसमें दिमागी गतिविधि की जरूरत पड़ती। इसके बाद शोध कर्ता ने बताया कि डिस्प्ले लगभग एक घंटे तक 16 सेकंड के अंतराल पर चालू और बंद रहा।
पैटर्न प्रदर्शित होने के बाद, वालंटियर्स ने अपने रक्त प्रवाह में वृद्धि का अनुभव किया। अध्ययन में आगे कहा गया है कि जब स्क्रीन पर अंधेरा हो जाता है तो रक्त प्रवाह कम हो जाता है और मस्तिष्क में सीएसएफ प्रवाह बढ़ जाता है। बोस्टन विश्वविद्यालय में टीम के सदस्यों में से एक स्टेफ़नी विलियम्स ने कहा, "यह अभी भी एक खुला प्रश्न है कि क्या फ्लूइड सीधे मस्तिष्क के टिशू में जाता है या फिर यह वेंट्रिकल में घूमता है। लेकिन हम निश्चित रूप से सोचते हैं कि इसका बाकी दिमाग के फ्लूइड पर प्रभाव पड़ता है।"
Next Story