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हिंदू धर्म में क्या है कनेर फूल का महत्व, आप भी जानें

Manish Sahu
12 Aug 2023 3:23 PM GMT
हिंदू धर्म में क्या है कनेर फूल का महत्व, आप भी जानें
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धर्म अध्यात्म: कनेर के फूल के बारे में तो आप सभी को पता ही होगा, लाल, पीले और सफेद रंग का यह फूल भगवान शिव को बेहद प्रिय है। पांच पंखुड़ियों वाले इस फूल का हिंदू धर्म में बहुत महत्व बताया गया है। यह फूल भगवान शिव को तो प्रिय है ही साथ ही, माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु को भी बेहद प्रिय है। चूंकि सावन और पुरुषोत्तम का पावन महीना चल रहा है, ऐसे में इस दौरान इस फूल का महत्व और भी ज्यादा बढ़ गया है। बता दें कि इस फूल को आप सावन में शिव जी की कृपा पाने के लिए चढ़ा सकते हैं। कनेर फूल की और भी कई मान्यताएं हैं, आइए जानते हैं इसके बारे में।
पांच पुष्पों में से एक
कनेर का यह खूबसूरत फूल भगवान शिव को बेहद प्रिय पंच पुष्प में से एक है। भगवान शिव को प्रिय पांच पुष्पों में कनेर, धतूरा, आक, पारिजात और शमी के फूल शामिल हैं।
कनेर के पेड़ में मां माता लक्ष्मी का वास
मान्यता है कि कनेर के पेड़ में माता लक्ष्मी का वास माना गया है। सफेद कनेर मां लक्ष्मी को बेहद प्रिय है ऐसे में आप माता लक्ष्मी के पूजन में सफेद कनेर चढ़ाएं। इसके अलावा सरस्वती जी को सफेद रंग बेहद प्रिय है इसलिए आप सरस्वती पूजा भी सफेद कनेर का उपयोग कर सकते हैं।
सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करता है
धार्मिक ग्रंथ और वास्तु शास्त्र के मुताबिक कनेर के पेड़ में माता लक्ष्मीका वास होता है। ऐसे में इस फूल के पेड़ को घर पर लगाना बहुत शुभ माना गया है। साथ ही, इसे घर पर लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और घर में सुख, समृद्धि और शांति बनी रहती है।
औषधीय गुणों से भरपूर
पूजा पाठ में इसका महत्व तो है साथ ही, औषधी और आयुर्वेद में भी इसका महत्व है। कनेर की पत्तियां, फूल और छाल का इस्तेमाल कई तरह के रोगों के उपचार के लिए किया जाता है। बता दें कि इसका उपयोग आमतौर पर सिरदर्द, दांत दर्द और किसी भी घाव को जल्दी भरने या ठीक करने के लिए किया जाता है।
सोमवार पूजा में शिव जी को कनेर फूल जरूर चढ़ाएं
वैसे तो कनेर का फूल सभी देवी देवताओं को बेहद प्रिय है, लेकिन शिव जी को यह अत्यंत प्रिय होने के कारण सावन या सोमवार के पूजा में इसे जरूर शामिल करें।
तीन रंग के होते हैं कनेर के फूल
कनेर के फूल 3 रंग के होते हैं, एक लाल या पीच, दूसरा पीला कनेर और तीसरा सफेद कनेर। सभी रंग के कनेर का अपना ही महत्व है।
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