लाइफ स्टाइल

पोस्टपार्टम डिप्रेशन क्या है

Apurva Srivastav
21 May 2023 3:29 PM GMT
पोस्टपार्टम डिप्रेशन क्या है
x

घरेलु उपाय,चमत्कारिक घरेलु उपचार,हेल्थ टिप्स,स्वस्थ रहने के नियम,दादी मां के नुक्से,पुरुषों के लिए ब्यूटी टिप्स,ब्यूटी टिप्स,सुंदर बनाने के ब्यूटी टिप्स,10 ब्यूटी टिप्स,फेस के लिए घरेलू नुस्खे,बालों के लिए घरेलू नुस्खे,Home Remedies,Miracle Home Remedies,Health Tips,Rules to Stay Healthy,Grandma's Tips,Beauty Tips for Men,Beauty Tips,Beauty Tips to be Beautiful,10 Beauty Tips,Home Remedies for Face,Home Remedies for Hair,जनता से रिश्ता,जनता से रिश्ता न्यूज़,लेटेस्ट न्यूज़,न्यूज़ वेबडेस्क,आज की बड़ी खबर,Relationship with public,relationship with public news,latest news,news webdesk,today's big news

महिलाओं में होने वाला एक तरह का डिप्रेशन है। आइए जानते हैं क्या होता है पोस्टपार्टम डिप्रेशन, क्या लक्षण और कैसे करें इलाज। जब मां अपने बच्चे को जन्म देती है तो सभी उसकी शारीरिक हेल्थ का ख्याल रखने के लिए कहते हैं, लेकिन कोई भी उसकी मानसिक हेल्थ की तरफ ध्यान नहीं देता।
दरअसल, डिलिवरी के बाद महिला के शरीर में हुए बदलाव उसके मन को बुरी तरह प्रभावित कर सकते हैं। यह इतना ज्यादा हो सकता है कि उसे आत्महत्या तक के ख्याल आने लगते हैं। इसी को पोस्टपार्टम डिप्रेशन कहा जाता है।
बच्चे के जन्म के बाद महिलाओं में जो अवसाद यानी डिप्रेशन संबंधी समस्या होती है, उसे पोस्टपार्टम डिप्रेशन कहते हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान किसी महिला के शरीर में जितने बदलाव होते हैं, उतने ही बदलाव बच्चे के जन्म के बाद भी होते हैं। इस कारण हॉर्मोनल स्तर ऊपर नीचे होता है। इस दौरान माताओं को मानसिक और भावनात्मक समस्याओं से जूझना पड़ता है। ऐसे में महिलाओं में मूड और व्यवहार में बदलाव हो सकता है। मूड स्विंग्स हो सकता है। मन उदास रहना, किसी से बात करने का मन ना नहीं होना और चिड़चिड़ापन बढ़ जाता है। यहां तक कि कुछ महिलाओं का रोने का मन करता है।
किसे हो सकता है?
आपको बता दें कि यह हर महिला को नहीं होता, लेकिन करीब 70 प्रतिशत महिलाएं इस समस्या का सामना करती हैं। सबसे चिंताजनक बात तो यह है कि यह लक्षण करीब दो महीने तक रह सकते हैं। वक्त के साथ यह ठीक भी हो जाता है। लेकिन कई बार डॉक्टर को दिखाना जरूरी हो जाता है।
Next Story