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क्या होता है हार्मोनल इमबैलेंस? महिलाएं कैसे पाए इससे छुटकारा

Tara Tandi
27 Feb 2021 9:29 AM GMT
क्या होता है हार्मोनल इमबैलेंस? महिलाएं कैसे पाए इससे छुटकारा
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शरीर में मेटाबॉलिज्म, प्रजनन जैसी महत्वपूर्ण प्रतिक्रियाओं को कंट्रोल करने में हार्मोन की बहुत बड़ी भूमिका होती है।

जनता से रिश्ता बेवङेस्क | शरीर में मेटाबॉलिज्म, प्रजनन जैसी महत्वपूर्ण प्रतिक्रियाओं को कंट्रोल करने में हार्मोन की बहुत बड़ी भूमिका होती है। ऐसे में अगर व्यक्ति के हार्मोन असंतुलित हो जाएं तो यह शरीर को कई तरह से प्रभावित कर सकते हैं। अक्सर हार्मोन असंतुलन के पीछे कोई बीमारी, तनाव, एक्सरसाइज, खराब आहार जैसे कारण जिम्मेदार होते हैं। आइए जानते हैं आखिर क्या होता है हार्मोनल इमबैलेंस और कैसे कर सकते हैं इससे बचाव।

क्या होता है हार्मोनल इमबैलेंस-

व्यक्ति के शरीर में जब कोई विशेष हार्मोन बहुत कम या ज्यादा हो जाता है तो इस स्थिति को हार्मोन असंतुलन कहते हैं। इस अवस्था में शरीर में हुआ मामूली बदलाव भी व्यक्ति के पूरे शरीर को गंभीर रूप से प्रभावित करने की क्षमता रखता है।

हार्मोनल इमबैलेंस होने पर महिलाओं में दिखाई देते हैं ये लक्षण-

-योनी में सूखापन

-बदहजमी

-अनियमित मासिक धर्म

-कब्ज और दस्त

-वजन बढ़ना

-बालों का कमजोर होना

हार्मोनल इमबैलेंस के कारण-

महिलाओं में हार्मोन असंतुलन के मुख्य कारण प्रजनन हार्मोन्स से जुड़े होते हैं। जैसे-

-रजोनिवृत्ति

-गर्भावस्था

-स्तनपान

-पीसीओएस

-समय से पहले मेनोपॉज

-थायराइड

-दवाएं

-तनाव

-भोजन संबंधी विकार

-डायबिटिज

हार्मोनल इमबैलेंस से निजात पाने के नेचुरल तरीके-

व्यायाम-

व्यायाम करने से व्यक्ति जाने-अनजाने कई गंभीर रोगों से मुक्त रहता है। ऐसे ही एक रोग हार्मोनल इमबैलेंस की दवा व्यायाम है। व्यायाम करने से व्यक्ति के शरीर में खून का सर्कुलेशन बेहतर होने के साथ कोर्टिसोल की मात्रा कम होती है और व्यक्ति तनाव से दूर रहता है। तनाव से बचने के लिए हफ्ते में कम से कम 150 मिनट हल्का एरोबिक व्यायाम करें। प्राकृतिक रूप से हार्मोनल इमबैलेंस से निजात पाने के लिए व्यायाम अच्छा विकल्प हो सकता है।

पर्याप्त नींद-

हार्मोनल इमबैलेंस से बचने के लिए व्यक्ति को पर्याप्त नींद लेनी चाहिए। रात को नींद का बार-बार टूटना हार्मोनल इमबैलेंस का कारण बनने के साथ ओवुलेशन को भी प्रभावित करता है।

तनाव-

हार्मोन असंतुलन से बचने के लिए कोशिश करें कि तनाव कम से कम लें।

प्लास्टिक के बर्तनों का उपयोग-

प्लास्टिक के बर्तनों को माइक्रोवेव न करें। इसके अलावा स्वस्थ आहार को अपनी डाइट में शामिल करने से भी आप इस समस्या से दूर रह सकते हैँ।

रिफाइंड शुगर का अधिक इस्तेमाल-

हार्मोन असंतुलन का एक सबसे बड़ा कारण रिफाइंड शुगर का अधिक उपयोग भी करना है। अपने हार्मोन को संतुलित बनाए रखने के लिए चीनी का सेवन कम मात्रा में करें।

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