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वज़न घटाने में क्या है बेहतर चावल या रोटी, जाने

Subhi
6 Dec 2020 3:47 AM GMT
वज़न घटाने में क्या है बेहतर चावल या रोटी, जाने
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जब बात वज़न घटाने की आती है, तो चावल और रोटी के बीच चुनना मुश्किल हो जाता है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | जब बात वज़न घटाने की आती है, तो चावल और रोटी के बीच चुनना मुश्किल हो जाता है। कई लोगों का मानना है कि पूरी तरह से चावल और रोटी को त्याग देना वज़न कम करने का एक प्रभावी तरीका है, जबकि पोषण विशेषज्ञ कार्ब्स खाने की सलाह देते हैं। क्योंकि उनके अनुसार, कार्ब्स शरीर में ऊर्जा को बढ़ाने के साथ अच्छी नींद और मूड को बढ़ावा देते है और भूख को कम करते हैं।

चावल और गेहूं दोनों अनाज होते हैं, जिनमें प्रोटीन, वसा और कार्ब समान मात्रा में होता है। 100 ग्राम गेहूं के आटे में 69.4 ग्राम कार्ब्स, 12.1 ग्राम प्रोटीन और 1.7 ग्राम वसा होती है। वहीं, 100 ग्राम चावल में 78.2 ग्राम कार्ब्स, 6.8 ग्राम प्रोटीन और 0.5 ग्राम वसा होती है।

वज़न घटाने के लिए क्या है बेहतर: चावल या रोटी?

पोषण विशेषज्ञ के अनुसार, ये आपकी पसंद पर निर्भर करता है, और जिस तरह से आपका शरीर उस पर प्रतिक्रिया करता है। कुछ लोगों को रोटी की तुलना में चावल हल्के लगते हैं और इसलिए वे ज़्यादा चावल खा लेते हैं। असल में दिक्कत यहीं से शुरू होती है और आपका वज़न बढ़ जाता है। इसलिए वज़न बढ़ने के पीछे अनाज ज़िम्मेदार नहीं है, लेकिन आपके खाने का तरीका।

तो फिर क्या करना चाहिए?

जिन लोगों को चावल रोटी की तुलना हल्के लगते हैं, या पेट नहीं भरता, तो वे चावल के साथ सब्ज़ी या दाल की मात्रा को बढ़ा सकते हैं। जिससे उनका पेट भर जाए, और ज़्यादा चावल भी न खाने पड़ें। ठीक ऐसे ही कई लोगों को रोटी को पचाना मुश्किल लगता है। इसे खाने से उन्हें गैस या फिर पेट में तकलीफ होती है। इसलिए वे रोटी कम खाते हैं, और इसी वजह से उन्हें वज़न कंट्रोल करने में मदद मिलती है।

एक्सपर्ट्स का कहना है कि वज़न बढ़ाने के लिए किसी विशेष अनाज को दोष नहीं दिया जाना चाहिए। यहां तक कि वज़न घटाने में भी कोई खास अनाज मदद नहीं करता। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस तरह का अनाज चुनते हैं। ज़रूरी ये है कि आप खाते समय उसका पूरा आनंद उठाएं और सही मात्रा में खाएं। वज़न घटाने में खाने की मात्रा अहम रोल अदा करती है। ऐसे ही आप अपनी पसंदीदा डिश भी खा सकते हैं, लेकिन उसे सही मात्रा में ही खाएं। पोषण विशेषज्ञों के अनुसार, आपको पेट भरकर नहीं खाना चाहिए, तभी तक खाएं जब तक आपका पेट 80% भर जाए।

साथ ही खाना खाते समय, फोन, टीवी, किताब, अख़बार या लैपटॉप जैसे किसी भी चीज़ को दूर रखें। इससे आप अपने खाने पर फोकस कर सकेंगे और ज़रूरत से ज़्यादा नहीं खाएंगे।


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