लाइफ स्टाइल

इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए क्या करना चाहिए

Kajal Dubey
20 April 2023 6:23 PM GMT
इम्युनिटी   को बढ़ाने के लिए क्या करना चाहिए
x
विटामिन ए फैट सॉल्युबल/घुलनशील

विटामिन ए फैट सॉल्युबल/घुलनशील कंपाउंड का जेनेटिक टर्म है। इसमें रेटिनॉल रेटिनल और रेटिनाइल एस्टर कम्पाउंड शामिल होते हैं। विटामीन ए शरीर को हेल्दी रखने के लिए अहम भूमिका निभाता है। ये एक पोषक तत्व है जो शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाने का कार्य करता है। आंखों को सही रखने में विटामिन ए मदद करता है। साथ ही हड्डियों को भी मजबूत रखता है।

आंखों की रोशनी सही रखने के लिए विटामीन ए बहुत उपयागी होता है। आपकी आंखों से टकराने वाले प्रकाश को मस्तिष्क में भेजने के लिए इलेक्ट्रिक सिग्नल में परिवर्तित करना पड़ता है और इसके लिए विटामिन ए की जरूरत होती है। विटामिन ए की कमी से आपको रतौंधी हो सकती है। इसलिए आपको भरपूर मात्रा में विटामीन ए युक्त भोजन ग्रहण करना चाहिए।

इम्युनिटी को बढ़ाने में सहायक

विटामिन ए आपके शरीर को बीमारियों और संक्रमण से बचाने वाली प्रतिक्रियाओं को स्टिमुलेट करके इम्यून हेल्थ को प्रभावित करता है। विटामिन ए कुछ कोशिकाओं के निर्माण में शामिल है, जिसमें बी-और टी-कोशिकाएं शामिल हैं। ये कोशिकाएं रोग से बचाव करने वाली इम्यून रिस्पांस में अहम भूमिका निभाते हैं।

हड्डियों को रखे मजबूत

विटामीन ए की कमी से हमारे शरीर की हड्डियां कमजोर हो जाती है। उम्र के अनुसार हड्डियों को हेल्दी बनाए रखने के लिए आवश्यक पोषक तत्व प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन डी की जरूरत पड़ती है। हड्डियों के उचित विकास के लिए पर्याप्त रूप से विटामिन ए का सेवन करना फायदेमंद होता है।

विटामीन ए की कमी से होने वाले नुकसान

इसकी कमी से गंभीर बीमारी हो सकती है। जैसे- रतौंधी आना, एक्ने होना, स्किन ड्राय होना, हड्डियां कमजोर होना, घाव को भरने में देरी लगना, चेस्ट और गले में इन्फेक्शन होना, आंखों की रोशनी कम होना इत्यादि।

विटामीन ए के मुख्य स्त्रोत

ऑर्गन मीट, फैटी फिश, दूध, चीज, अंडे, कद्दू, गाजर, शकरकंद, रेड पेपर, आम, ब्रोकली, पालक आदि चीजों में विटामीन ए पाया जाता है।

विटामीन ए की मात्रा

रिसर्च के अनुसार, महिलाओं को 700 mcg, पुरुषों को 900 mcg और बच्चों व किशोरों को प्रतिदिन 300-600 mcg विटामिन ए की मात्रा लेनी चाहिए।विटामिन ए फैट सॉल्युबल/घुलनशील कंपाउंड का जेनेटिक टर्म है। इसमें रेटिनॉल , रेटिनलऔर रेटिनाइल एस्टर कम्पाउंड शामिल होते हैं। विटामीन ए शरीर को हेल्दी रखने के लिए अहम भूमिका निभाता है। ये एक पोषक तत्व है जो शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाने का कार्य करता है। आंखों को सही रखने में विटामिन ए मदद करता है। साथ ही हड्डियों को भी मजबूत रखता है।

विटामिन ए के फायदे

आंखों की रोशनी सही रखने के लिए विटामीन ए बहुत उपयागी होता है। आपकी आंखों से टकराने वाले प्रकाश को मस्तिष्क में भेजने के लिए इलेक्ट्रिक सिग्नल में परिवर्तित करना पड़ता है और इसके लिए विटामिन ए की जरूरत होती है। विटामिन ए की कमी से आपको रतौंधी हो सकती है। इसलिए आपको भरपूर मात्रा में विटामीन ए युक्त भोजन ग्रहण करना चाहिए।

विटामिन ए आपके शरीर को बीमारियों और संक्रमण से बचाने वाली प्रतिक्रियाओं को स्टिमुलेट करके इम्यून हेल्थ को प्रभावित करता है। विटामिन ए कुछ कोशिकाओं के निर्माण में शामिल है, जिसमें बी-और टी-कोशिकाएं शामिल हैं। ये कोशिकाएं रोग से बचाव करने वाली इम्यून रिस्पांस में अहम भूमिका निभाते हैं।

इम्युनिटी को बढ़ाने में सहायक

विटामिन ए आपके शरीर को बीमारियों और संक्रमणसे बचाने वाली प्रतिक्रियाओं को स्टिमुलेट करके इम्यून हेल्थ को प्रभावित करता है। विटामिन ए कुछ कोशिकाओं के निर्माण में शामिल है, जिसमें बी-और टी-कोशिकाएं शामिल हैं। ये कोशिकाएं रोग से बचाव करने वाली इम्यून रिस्पांस में अहम भूमिका निभाते हैं।

विटामीन ए के मुख्य स्त्रोत

रिसर्च के अनुसार, महिलाओं को 700 mcg, पुरुषों को 900 mcg और बच्चों व किशोरों को प्रतिदिन 300-600 mcg विटामिन ए की मात्रा लेनी चाहिए।विटामिन ए फैट सॉल्युबल/घुलनशील कंपाउंड का जेनेटिक टर्म है। इसमें रेटिनॉल रेटिनलऔर रेटिनाइल एस्टर) कम्पाउंड शामिल होते हैं। विटामीन ए शरीर को हेल्दी रखने के लिए अहम भूमिका निभाता है। ये एक पोषक तत्व है जो शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाने का कार्य करता है। आंखों को सही रखने में विटामिन ए मदद करता है। साथ ही हड्डियों को भी मजबूत रखता है।

आंखों की रोशनी सही रखने के लिए विटामीन ए बहुत उपयागी होता है। आपकी आंखों से टकराने वाले प्रकाश को मस्तिष्क में भेजने के लिए इलेक्ट्रिक सिग्नल में परिवर्तित करना पड़ता है और इसके लिए विटामिन ए की जरूरत होती है। विटामिन ए की कमी से आपको रतौंधी हो सकती है। इसलिए आपको भरपूर मात्रा में विटामीन ए युक्त भोजन ग्रहण करना चाहिए।

ल हैं। ये कोशिकाएं रोग से बचाव करने वाली इम्यून रिस्पांस में अहम भूमिका निभाते हैं।

हड्डियों को रखे मजबूत

विटामीन ए की कमी से हमारे शरीर की हड्डियां कमजोर हो जाती है। उम्र के अनुसार हड्डियों

विटामीन ए की कमी से होने वाले नुकसान

इसकी कमी से गंभीर बीमारी हो सकती है। जैसे- रतौंधी आना, एक्ने होना, स्किन ड्राय होना, हड्डियां कमजोर होना, घाव को भरने में देरी लगना, चेस्ट और गले में इन्फेक्शन होना, आंखों की रोशनी कम होना इत्यादि।

Next Story