- Home
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- कितने प्रकार की होती...
लाइफ स्टाइल
कितने प्रकार की होती है खांसी,लंबे समय तक खांसी होने के ये हैं कारण
Kajal Dubey
26 Jan 2022 3:50 AM GMT
x
खांसी एक ऐसी समस्या है जिसे लोग बहुत हल्के में लेते हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। खांसी एक ऐसी समस्या है जिसे लोग बहुत हल्के में लेते हैं. ज्यादातर लोग तो डॉक्टर के पास जाने में भी संकोच करते हैं. सर्दियों के मौसम में खांसी की समस्या काफी आम होती है. लेकिन अगर आपकी खांसी कई हफ्तों तक भी ठीक नहीं होती तो यह कई चीजों की तरफ इशारा करती है. ऐसे में डॉक्टर को दिखाना काफी जरूरी होता है. खांसी के कई कारण हो सकते हैं जैसे एलर्जी, इंफेक्शन, स्मोकिंग आदि. ऐसे में अगर आपकी खांसी भी लंबे समय से ठीक होने का नाम नहां ले रही है तो इसका कारण जानना आपके लिए काफी जरूरी है-
कितने प्रकार की होती है खांसी
- एक्यूट खांसी (Acute Cough)- यह लगभग 2 से 3 हफ्ते तक रहती है और अपने आप ही ठीक हो जाती है.
- सबएक्यूट खांसी (Subacute Cough)- यह लगभग 3 से 8 हफ्तों तक रह सकती है.
- क्रॉनिक खांसी (Chronic Cough)- यह 8 हफ्तों से ज्यादा रहती है और किसी बड़ी बीमारी का संकेत हो सकती है.
लंबे समय तक खांसी होने के ये हैं कारण (Causes Of Chronic Cough)
धूम्रपान- लंबे समय तक होने वाली खांसी का मुख्य कारण धूम्रपान भी हो सकता है. धूम्रपान करने वाले लोगों में अक्सर खांसी की समस्या बनी रहती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि तंबाकू में मौजूद केमिकल्स फेफड़ों में जलन पैदा करते हैं. खांसी के जरिए शरीर इसे बाहर निकालने की कोशिश में बलगम बनाता है. कई बार धूम्रपान करने वाले लोग अपनी खांसी पर ध्यान नहीं देते जिससे आगे चलकर कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
कोविड 19- लंबे समय तक होने वाली खांसी का एक कारण कोविड- 19 भी है. खांसी, कोविड 19 के अन्य लक्षणों में से एक है. सामान्य फ्लू की तुलना में कोविड 19 के कारण खांसी काफी लंबे समय तक रह सकती है. सूखी खांसी इसके मुख्य लक्षणों में से एक है.
इंफेक्शन- इंफेक्शन की वजह से सर्दी-ज़ुकाम ठीक होने के बाद भी मरीज़ को बहुत दिनों तक खांसी की समस्या बनी रहती है. इस प्रकार की खांसी कई बार 2 महीनों तक बनी रह सकती है. जिसमें, श्वसन मार्गों में इरिटेशन होती है और आपको खांसी की समस्या हो सकती है. जिसे, ठीक होने में समय लग लगता है.
अस्थमा- श्वसन के दौरान, जिस हवा में हम सांस लेते हैं वह नाक, गले और फेफड़ों में जाती है. अस्थमा होने वायुमार्ग के आसपास की मांसपेशियां सिकुड़ने लगती हैं. इससे बलगम बनता है जिससे वायुमार्ग अवरुद्ध हो जाता है जो आगे फेफड़ों में ऑक्सीजन की आपूर्ति को रोकता है. इसके कारण अस्थमा के मरीज को काफी खांसी आती है. अस्थमा में सूखी और गीली, दोनों प्रकार की खांसी आ सकती है. पर सूखी खांसी बहुत कॉमन है.
जर्ड (GERD): गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज एक डाइजेस्टिव डिसऑर्डर है, जिसमें पेट में उत्पन्न एसिड या पेट में मौजूद खाना भोजन नली (Esophagus) में वापस आ जाता है. इस कराण भोजन नली की अंदरूनी सतह में जलन होने लगती है. जिससे आपको खांसी की समस्या हो सकती है. यह एक ट्यूब जैसी संरचना है जो आपके पेट और मुंह को जोड़ती है.
पोस्ट नेजल ड्रिप- आम तौर पर नाक के रास्ते शरीर से बलगम बाहर आ जाता है, जब यही बलगम नाक से बाहर ना आकर वापस गले में पहुंचने लगे तो इस स्थिति को पोस्ट नेजल ड्रिप कहा जाता है. अगर बलगम सामान्य से अधिक मात्रा में बनने लगता है तो इस स्थिति में पोस्ट नेजल ड्रिप की समस्या पैदा हो सकती है. सर्दी -जुकाम और एलर्जी होने पर यह समस्या काफी ज्यादा बढ़ जाती है. जिससे काफी खांसी की समस्या होती है और यह काफी लंबे समय तक बनी रहती है. ठंडी और सूखी हवा में सांस लेने से गले में खराश की समस्या होने लगती है.
फेफड़ों का कैंसर- लंबे समय तक होने वाली खांसी का कारण फेफड़ों का कैंसर भी हो सकता है. फेफड़ों का कैंसर होने पर खांसते समय खून भी आ सकता है. लेकिन अगर आप धूम्रपान नहीं करते हैं या आपकी फैमिली में किसी को भी लंग कैंसर नहीं हुआ है तो आपकी खांसी का कुछ और कारण हो सकता है. वैसे तो स्मोकिंग, फेफड़ों के कैंसर का सबसे बड़ा कारण है. लेकिन पैसिव स्मोकिंग और तेजी से बढ़ते वायु प्रदूषण की वजह से भी लंग कैंसर के मामले में काफी देखने को मिल रहे हैं.
डॉक्टर को कब दिखाएं
आमतौर पर होने वाली खांसी कुछ ही दिनों में ठीक हो जाती है लेकिन अगर आपको 3 से 4 हफ्तों तक खांसी की समस्या के साथ ही सांस लेने में दिक्कत, बुखार और खांसते समय खून आता है तो बिना किसी देरी के तुरंत डॉक्टर को दिखाना चा
Kajal Dubey
Next Story