- Home
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- कोलन कैंसर के क्या है...

x
कोलोरेक्टल कैंसर एक प्रकार का कैंसर हे, जो बड़ी आंत में होता है। बड़ी आंत पाचन, पानी के अवशोषण और बेकार चीज़ों को शरीर से बाहर निकालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। कोलन कैंसर अक्सर समय रहते पता नहीं चल पाता, क्योंकि ज़्यादातर लोगों में इसके लक्षण दिखाई नहीं देते, जब तक कैंसर एडवान्स्ड स्टेज तक नहीं पहुंच पाता। इसके अलावा कुछ शुरूआती लक्षण उलझन में डाल देते हैं, जिससे कैंसर के निदान में देरी होती है। इन लक्षणों की सही और जल्द से जल्द पहचान कर समय पर कैंसर का निदान किया जा सकता है, इससे उपचार की लागत कम हो जाती है, साथ ही उपचार के परिणाम भी बेहतर मिलते हैं और मरीज़ के लम्बे समय तक जीवित रहने की संभावना बढ़ती है। कोलोरेक्टल कैंसर का जल्द निदान होने से 90 फीसदी मामलों में इलाज सफल होता है।
कोलन कैंसर के कुछ शुरूआती लक्षणों से इसकी पहचान की जा सकती है। यहां कुछ शुरूआती लक्षण दिए गए हैं जो जिनके बारे में आपको जागरुक होना चाहिएः-
1. मलत्याग की आदतों में बदलाव
अगर आपको मलत्याग की आदतों में बदलाव महसूस हो जैसे डायरिया, कब्ज़, मल के रंग में बदलाव आदि तो यह कोलन कैंसर का संकेत हो सकता है। इन लक्षणों पर ध्यान दें, हालांकि ये अन्य कारणों से भी हो सकते हैं। लेकिन अगर ये लक्षण कुछ दिनों से ज़्यादा बने रहें तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
2. पेट में दर्द
अगर आपको पेट में दर्द, ऐंठन या असहजता हो तो यह कोलन कैंसर का कारण हो सकता है। इसके साथ कभी कभी पेट फूलना या भरा हुआ महसूस होना, ऐसे लक्षण भी होते हैं।
3. मल के साथ खून आना
अगर आपको मल के साथ खून आता है तो यह कोलन कैंसर का संकेत हो सकता है। हालांकि इस बात पर ध्यान दें, मल के साथ खून आने के अन्य कारण भी सकते हैं जैसे हीमेरॉइड या एनल फिशर। हालांकि आप खुद इस बारे में मत सोचिए, इसके बजाए डॉक्टर से जांच कराइए। जिससे अगर कोलन कैंसर है तो इसके निदान में देरी न हो।
4. बिना कारण वज़न कम होना
अगर आपका वज़न बेवजह कम हो रहा है, तो यह कोलन कैंसर का संकेत हो सकता है क्योंकि कैंसर के कारण शरीर में मेटाबॉलिज़्म, खाना पचाने के तरीके में बदलाव आता है। जिससे वज़न कम हो जाता है।
5. थकान और कमज़ारी
अगर आप असामान्य रूप से थकान या कमज़ोरी महसूस करते हैं, तो यह कोलन कैंसर का संकेत हो सकता है। क्योंकि कोलन कैंसर के कारण शरीर में हीमोग्लोबिन कम हो जाता है, जिसकी वजह से एनीमिया और थकान होने लगती है।
यहां इस बात पर ध्यान दें कि ये लक्षण अन्य बीमारियों की वजह से भी हो सकते हैं और कोलन कैंसर के मामले में भी कई बार कोई लक्षण नहीं होते। इसलिए अगर किसी के परिवार में कोलोरेक्टल कैंसर का इतिहास है या इन्फ्लेमेटरी बाउल रोग है, तो नियमित रूप से जांच कराएं।
Tagsघरेलु उपायचमत्कारिक घरेलु उपचारहेल्थ टिप्सस्वस्थ रहने के नियमदादी मां के नुक्सेपुरुषों के लिए ब्यूटी टिप्सब्यूटी टिप्ससुंदर बनाने के ब्यूटी टिप्स10 ब्यूटी टिप्सफेस के लिए घरेलू नुस्खेबालों के लिए घरेलू नुस्खेHome RemediesMiracle Home RemediesHealth TipsRules to Stay HealthyGrandma's TipsBeauty Tips for MenBeauty TipsBeauty Tips to be Beautiful10 Beauty TipsHome Remedies for FaceHome Remedies for Hairजनता से रिश्ताजनता से रिश्ता न्यूज़लेटेस्ट न्यूज़न्यूज़ वेबडेस्कआज की बड़ी खबरRelationship with publicrelationship with public newslatest newsnews webdesktoday's big news

Apurva Srivastav
Next Story