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मलमास के लिए बनाना चाहते हैं सात्विक भोजन, तो ट्राई करें ये महाराष्ट्रीयन डिशेज

SANTOSI TANDI
1 Aug 2023 10:00 AM GMT
मलमास के लिए बनाना चाहते हैं सात्विक भोजन, तो ट्राई करें ये महाराष्ट्रीयन डिशेज
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तो ट्राई करें ये महाराष्ट्रीयन डिशेज
सावन का महीना धार्मिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण है, इस दौरान लोग लहसुन, प्याज, मांस, मछली जैसी चीजों का सेवन नहीं करते हैं। ऐसे में सात्विक भोजन करने वाले यदि अपने रोज-रोज के साधारण भोजन से ऊब गए हैं, तो हम उनके लिए कुछ महाराष्ट्रीयन डिशेज की लिस्ट लाए हैं। इन्हें आप फटाफट बनाकर सावन में इसका आनंद ले सकते हैं। सावन और मल मास को खास बनाने के लिए ये मराठी डिश परफेक्ट हो सकते हैं। आइए जानते हैं उन स्वादिष्ट डिश के बारे में।
वांग्याची भरीत
शेव भाजी और बाजरा भाकरी के साथ इसे परोसा जाता है। यह एक तरह का बैंगन का भरता है जिसे सात्विक तरीके से बनाया जाता है। नॉर्थ इंडिया में इसे बैंगन के चोखे के नाम से भी जाना जाता है। वांग्याची भरीत को बनाने के लिए बैंगन को पहले तंदूर या गैस में भूनकर उसमें मूंगफली, साग और नमक मिर्च के साथ मैश करके बनाया जाता है।
रुचिची भाजी
चुकंदर और बीटरूट की सब्जी को ज्वार की रोटी के साथ परोसी जाती है। बीटरूट की भाजी एक मसालेदार सब्जी है जिसे बिना लहसुन प्याज के बनाई जाती है। इसमें बीटरूट के अलावा मौसमी सब्जी जैसे रतालू, लौकी और पालक भी मिलाए जाते हैं। सावन में स्वाद और सेहत के गुणों से भरपूर यह सब्जी बढ़िया सात्विक भोजन हो सकता है।
वड़ा भट
नागपुर में यह खास अवसरों पर बनाया जाता है। इसे अंबेमोहर चावल, हल्दी और नमक के साथ मिक्स दाल से बने वड़ा और इमली शोरबा के साथ इसे परोसा जाता है। सावन में यदि हल्का भोजन करना चाह रहे हैं, तो यह एक उपयुक्त डिश हो सकती है।
केला मेथी भाजी
पके हुए केले और मेथी के भाजी से बनाया गया यह व्यंजन महाराष्ट्र में पकौड़े की तरह खाया जाता है। मीठे और हल्के कड़वे स्वाद के साथ इस पकौड़े को सावन के महीने में बनाएं और सात्विक भोजन करने वालों को परोसें। यह नमकीन और मीठे चीजों का परफेक्ट मेल हैं।
भरली मिर्च
भरवां या बड़ी मिर्च के बीच को काटकर बीज निकाल लें और उसमें बेसन, मसाले और दही के मिश्रण को भरवां (भरवां मिर्च) की तरह भरा जाता है। भरवां भरने के बाद मिर्च को डीप फ्राई कर डीप फ्राई कर गर्मागर्म सर्व करें। बेसन के भरवां में लहसुन प्याज का उपयोग नहीं किया जाता है इसलिए यह पूरी तरह से सात्विक है।
इन डिशेज को सावन और मलमास में सात्विक भोजन करने वालों के लिए बनाएं और इसका आनंद लें। अगर हमारी स्टोरी से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से।
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