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दोस्ती के रिश्ते को रखना चाहते हैं मजबूत, कभी अपने बीच में ना आने दें ये बातें

SANTOSI TANDI
8 Sep 2023 2:31 PM GMT
दोस्ती के रिश्ते को रखना चाहते हैं मजबूत, कभी अपने बीच में ना आने दें ये बातें
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कभी अपने बीच में ना आने दें ये बातें
दोस्ती, यह सिर्फ एक शब्द ही नहीं हैं बल्कि दुनिया का सार हैं जिसे आप खुद चुनते हैं और सच्चे-झूठे रिश्तों में फर्क मालूम पड़ता हैं। दोस्ती एक ऐसा रिश्ता हैं जहां आपके विचार नहीं मिलते हो, लेकिन मन मिलते हो तो भी बात बन जाती हैं। दोस्ती का रिश्ता बेहद खूबसूरत होता है और यह दुनिया की कुरीतियों से भी परे होता हैं। लेकिन कई बार इस रिश्ते में भी गलतफहमियां अपनी जगह बना लेती हैं जिसकी वजह से रिश्ता तबाह होने की कगार पर पहुंच जाता हैं। दूसरे रिश्तों की तरह इस रिश्ते को भी सहेजकर रखने की जरूरत होती हैं। हम आपको उन बातों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें कभी भी अपने दोस्ती के रिश्ते के बीच नहीं आने देना चाहिए।
सच्चे दोस्त पर बनाए रखें विश्वास
फ्रेंडशिप एक ऐसा रिश्ता होता है, जहां आप खुलकर अपने अपनी बात कहते हैं और बिंदास होकर उनके साथ रहते हैं। हालांकि दोस्ती भी बहुत जिम्मेदारी भरा रिश्ता होता है, अगर आपसे जरा सी चूक हुई तो इसे टूटने में देर नहीं लगती। जो आपके सच्चे दोस्त होते हैं, वह हमेशा आपका भला ही चाहते हैं इसलिए उनपर हमेशा विश्वास करें। कई बार बाहरी लोग आपकी दोस्ती को देखकर जलने लगते हैं और आपको भड़काने का काम कर सकते हैं, ऐसे में आपको अपने फ्रेंड पर पूर्ण रूप से भरोसा करना चाहिए। तभी इसमें दरार नाम की चीज कभी नहीं आ पाएगी।
पैसों खर्च करने में कंजूसी
पैसों का खेल किसी भी रिश्ते में दरार ला सकता है। कई बार लोग दोस्ती को निभाने की बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, लेकिन एक जगह पर आकर वे पैसे खर्च करने से बचते हैं। हर जगह पैसों को खर्च न करना, आपके दोस्तों को बुरा फील करा सकता है। आपसी समझदारी से आप और आपके दोस्त मिलकर कहीं खर्चा कर सकते हैं, लेकिन बिना पैसे दिए एंजॉय करना, दोस्ती में दरार ला सकता है। ये सेलफिश नेचर वाली गलती इस रिश्ते को खराब कर सकती है।
बेस्ट फ्रेंड से न बोलें झूठ
अगर आप किसी को अपना सच्चा दोस्त मानते हैं, तो उनसे कभी भी किसी बात को लेकर झूठ न बोले। कई बार आप अपने बेस्टफ्रेंड से भी कुछ बातों को लेकर सच नहीं बोलते, जिससे बाद में उन्हें तकलीफ पहुंचती है और आपकी फ्रेंडशिप कमजोर पड़ जाती है। दोस्ती में झूठ की कोई गुंजाइश नहीं होती और न ही वहां कोई आपको जज करता है। यही कारण है कि अपने दोस्तों के सामने लोग वैसे ही रहते हैं, जैसे वे असल में होते हैं। आप भी अपने अच्छे दोस्तों के साथ सच्चाई के साथ रहें। 'हम घंटों एक रूम में होने के बाद भी बात नहीं करते हैं', काजोल के साथ ऐसा है अजय देवगन का रिश्ता, कपल्स भी जान लें ये जरूरी बातें
मतलब पर फोन करना
दोस्ती ही क्या किसी भी रिश्ते में अगर मतलब हो, तो उसमें खटास का आना तय है। कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो अपने मतलब पर दोस्तों को फोन करते हैं। ऐसा अगर बार-बार हो या ये आपके नेचर में हो, तो इस आदत को बदल दें, क्योंकि कभी न कभी आपके दोस्त आपकी इस आदत को समझ जाएंगे। इस गलती की वजह से भी रिश्ते में दरार आ सकती है।
स्टेटस देखकर न करें दोस्ती
जैसे दोस्ती कभी जाति या धर्म देखकर नहीं की जाती, वैसे ही अमीरी-गरीबी का भी इससे कोई लेना-देना नहीं होता। आपके अमीर होने पर भी कोई गरीब शख्स आपका अच्छा दोस्त बन सकता है। लेकिन अगर आप स्टेटस देखकर ही फ्रेंडशिप करते हैं, तो ऐसी दोस्ती में मजबूती कितनी है इसपर कुछ कहा नहीं जा सकता। जीवन में परिस्थितियां बदलती रहती हैं, लेकिन सच्चा दोस्त वही होता है जो किसी भी सिचुएशन के हिसाब से अपनी दोस्ती न बदले। आप भी अपने दोस्त से इस तरह फ्रेंडशिप करें कि उसके सोशल स्टेटस से आपको फर्क न पड़े तभी आप ट्रू फ्रेंड कहलाएंगे।
दोस्त को कंपेयर ना करें
आप और आपके दोस्त किसी भी नेचर के हों, लेकिन उन्हें कभी दूसरों से कंपेयर नहीं करना चाहिए। कई बार दूसरों का उदाहरण आप दोस्त को दे तो देते हैं, लेकिन वह ये बात मन में रखकर आपसे डिस्टेंस भी क्रिएट कर सकता है। इस गलती को करने से बचें।
दोस्त को कंपेयर ना करें
आप और आपके दोस्त किसी भी नेचर के हों, लेकिन उन्हें कभी दूसरों से कंपेयर नहीं करना चाहिए। कई बार दूसरों का उदाहरण आप दोस्त को दे तो देते हैं, लेकिन वह ये बात मन में रखकर आपसे डिस्टेंस भी क्रिएट कर सकता है। इस गलती को करने से बचें।
मुसीबत के वक्त बने अपने दोस्त का साथी
कृष्णा और सुदामा की मित्रता किसी से छिपी नहीं है। मुश्किल में जो अपने दोस्त का साथ दे, वहीं बेस्टफ्रेंड यानी सच्चा सखा कहलाता है। अगर आपका भी कोई पक्का वाला दोस्त है तो उसकी मुश्किल घड़ी में कभी भी उसका साथ न छोड़े। उसकी हिम्मत बंधाने के साथ जरूरतों का भी ख्याल रखने की कोशिश करें। ऐसा ही आपके दोस्त पर भी लागू होता है। जो लोग मुसीबत के वक्त आपका साथ नहीं देते, वे सिर्फ नाम के दोस्त होते हैं। उनसे जितना जल्दी हो जाए दूरी बनाना शुरू कर दें।
ना करें उन्हें अनदेखा
कई बार हम ग्रुप में या अन्य दोस्तों के कारण उन दोस्तों का अनदेखा कर देते हैं, जो आपसे दिल से जु़ड़े होते हैं। ऐसे में आपका अनदेखा करना, उनकर दिल दुखा सकता है। बार-बार ऐसा होने व दोस्त के मन में आपके प्रति गलतफैमी पैदा हो सकती है, जो रिश्ते में दरार का कारण बनती है। दोस्तों को कभी अनदेखा न करें। वे आपसे भावनात्मक रूप से जुड़े हैं, इसीलिए आपके दोस्त हैं। उनकी अहमियत को समझें, और गलती का एहसास होने पर उनसे माफी जरूर मांगें। कहीं ऐसा न हो कि, आप इस गलती को दोहराने के कारण एक अच्छा दोस्त खो दें।
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