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भारत के मशहूर बाज़ारों की सैर

Kajal Dubey
3 May 2023 6:15 PM GMT
भारत के मशहूर बाज़ारों की सैर
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आप भारत के अलग-अलग शहरों की यात्रा पर निकले हों और इत्तेफ़ाक़ से इन शहरों में जाना हुआ तो जानें ख़रीददारी के कुछ स्थानीय बाज़ारों के बारे में. ये बाज़ार भले ही अस्त-व्यस्त और शोरगुल से भरपूर हैं, लेकिन यहां आपको सही क़ीमत पर ढेर सारी ऐसी वैरायटी भी मिलेगी, जो शायद किसी भी मॉल में न मिले. आइए, आपको कुछ बेहतरीन स्थानीय बाज़ारों की सैर करवाएं.
जौहरी बाज़ार, जयपुर
जब दुनिया के सबसे अच्छे ज्वेलरी डिज़ाइनर्स को प्रेरणा, रत्नों या फिर कलाकारों की ज़रूरत होती है तो वे अक्सर जौहरी बाज़ार का रुख़ करते हैं. आपको यहां के तक़रीबन हर स्टोनकटर, मेटलवर्कर या स्टोर मालिक के पास दक्ष शिल्पकारों का ऐसा समूह मिल जाएगा, जिन्होंने इस कुशलता के रहस्यों को पीढ़ी दर पीढ़ी सीखा है. आपका यहां नए चलन और पारंपरिक राजस्थानी दोनों ही डिज़ाइन्स की बड़ी रेंज मिलेगी. यहां के स्टॉल्स और दुकानें पर भारी कामवाले कपड़े, साड़ियां, कॉस्ट्यूम ज्वेलरी व ज़ायकेदार स्नैक्स भी मिल जाएंगे.
समझदारी भरी ख़रीददारी: यहां से रत्नों और मणियों की ख़रीददारी पैसा वसूल साबित होगी.
इत्तर बाज़ार, कन्नौज
यदि आप कन्नौज में हैं तो यहां की एक ख़ास महक आपको जैन गली ज़रूर पहुंचा देगी. यहां प्राचीन परफ़्यूम घराने हैं, जो इत्तर बेचते है. गंगा किनारे बसे इस छोटे से धूलभरे शहर में 650 से ज़्यादा परफ़्यूमरीज़ पारंपरिक रूप से इत्तर बनाने का काम करती हैं. मौसम के अनुसार आपको यहां ख़ुशबुओं की अनगिनत वैरायटीज़ मिलेंगी.
समझदारी भरी ख़रीददारी: मिट्टी इत्तर (मिट्टी की सौंधी महक) और ताज़ा बनाया गया गुलाब जल बेहतरीन हैं.
चांदनी चौक, नई दिल्ली
शहर का ये सबसे पुराना शॉपिंग सेंटर ट्रैफिक के शोर-शराबे और ऐसे स्टोर्स से खचाखच से भरा नज़र आता है, जो साड़ी, नेहरू सूट्स, चमकीले जूते और इलेक्ट्रिकल सामान बेचते हैं. ख़रीददारी के अलावा यहां के यादगार दृश्यों को देखने का अपना अलग ही आनंद है. आप यहां से पुरानी दिल्ली के दिलकश बज़ारों की खोजबीन भी शुरू कर सकती हैं.
समझदारी भरी ख़रीददारी: कंगन, फैब्रिक्स, लहंगा और ज्वेलरी.
न्यू मार्केट, कोलकाता
यह कोलकाता का सबसे पुराना और जानामाना बाज़ार है. यहां पर 2,000 से भी ज़्यादा स्टॉल्स हैं और ये मोलभाव करनेवालों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है. ख़ासतौर पर दुल्हनों के लिए दुपट्टा, लहंगा और ब्लाउज़ की ख़रीददारी के लिए. इस बाज़ार के वर्ष 1985 में लगी भीषण आग के बाद दोबारा बनाए गए हिस्से में आपको भारतीय ड्रेसेस की बड़ी रेंज मिलेगी.
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