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इम्युनिटी बढ़ाने के लिए करें च्यवनप्राश का सेवन

Teja
18 Jan 2022 5:52 AM GMT
इम्युनिटी बढ़ाने के लिए करें च्यवनप्राश का सेवन
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इम्युनिटी बढ़ाने और बीमार होने के जोखिम को कम करने के लिए एक प्राचीन आयुर्वेदिक उपचार है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | च्यवनप्राश (Chyawanprash) इम्युनिटी बढ़ाने और बीमार होने के जोखिम को कम करने के लिए एक प्राचीन आयुर्वेदिक उपचार (Ayurvedic remedy) है. सर्दियों के दौरान लोग अधिकतर इसका सेवन करते हैं. इसे कई हेल्दी सामग्री का इस्तेमाल करके बनाया जाता है. ये आपको पोषण प्रदान करने, इम्युनिटी बढ़ाने और स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है. च्यवनप्राश कई तरह की जड़ी-बूटियों (herbs) और मसालों से बनाया जाता है. ये सामग्री विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती हैं. च्यवनप्राश की मुख्य सामग्री में से एक आंवला (Amla) है. ये विटामिन सी (Vitamin C) से भरपूर होता है. इसके अलावा इसमें कई अन्य हेल्दी मसाले, जड़ी-बूटियां और जड़ें होती हैं जिनका आयुर्वेद में बहुत औषधीय महत्व है. इन सामग्री में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-कार्सिनोजेनिक और एंटी-म्यूटाजेनिक गुण होते हैं. ये इम्युनिटी बढ़ाने (Immunity Booster) और बीमारी पैदा करने वाले बैक्टीरिया से लड़ने की शरीर की क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं.

च्यवनप्राश के सेवन के अन्य लाभ
अधिकतर घरों में इस हर्बल मिश्रण का सेवन विशेष रूप से सर्दियों के मौसम में किया जाता है. ऐसा इसलिए क्योंकि सर्दियों में बीमार पड़ने का खतरा बढ़ जाता है. इम्युनिटी को बढ़ाने के अलावा, च्यवनप्राश खाने से आपके श्वसन तंत्र को भी साफ करने में मदद मिल सकती है. ये पाचन में सुधार करता है और कब्ज को कम करता है. ये शरीर से टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद करता है. ये एकाग्रता को बेहतर बनाने में मदद करता है. ये ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखता है. ये शरीर को संक्रमण से बचाने में मदद करता है.
च्यवनप्राश का सेवन करने का सही तरीका
च्यवनप्राश खाना सेहत के लिए फायदेमंद होता है लेकिन इसका सेवन अधिक भी नहीं करना चाहिए. अत्यधिक सेवन से अपच, पेट फूलना, पेट में सूजन और पेट में गड़बड़ी हो सकती है. एडल्ट 1 चम्मच दिन में दो बार सुबह-शाम गुनगुने दूध या पानी के साथ ले सकते हैं. बच्चों के लिए रोजाना 1/2 चम्मच च्यवनप्राश काफी है. अस्थमा या सांस की बीमारी से पीड़ित लोगों को दूध या दही के साथ च्यवनप्राश का सेवन करने से बचना चाहिए.
च्यवनप्राश किसे नहीं खानी चाहिए
च्यवनप्राश को मीठा और खट्टा स्वाद देने के लिए, च्यवनप्राश तैयार करने में गुड़, चीनी या शहद जैसे स्वीटनर का इस्तेमाल किया जाता है. डायबिटीज के मरीज को इसका सेवन करते समय सावधानी बरतनी चाहिए या च्यवनप्राश को अपने आहार में शामिल करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.


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