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ज्यादा स्ट्रेस बन सकता है गर्भपात की वजह

Tara Tandi
29 Jun 2021 1:30 PM GMT
ज्यादा स्ट्रेस बन सकता है गर्भपात की वजह
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गर्भावस्था के दौरान शरीर में हॉरमोनल बदलाव की वजह से कई तरह की समस्याएं आती हैं

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | गर्भावस्था के दौरान शरीर में हॉरमोनल बदलाव की वजह से कई तरह की समस्याएं आती हैं. ऐसे मूड स्विंग्स और स्ट्रेस जैसे लक्षण भी देखने को मिलते हैं. हालांकि ज्यादातर विशेषज्ञ गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को तनाव से बचने की सलाह देते हैं क्योंकि आवश्यकता से ज्यादा तनाव न सिर्फ शारीरिक और मानसिक रूप से थकाता है, बल्कि कई बार गर्भपात की वजह भी बन जाता है. जानिए तनाव से बचने के तरीके.

1. तनाव से बचने का सबसे आसान तरीका है कि खुद को किसी न किसी काम में व्य​स्त रखें. जितना आपका दिमाग खाली रहेगा, उतना ही फालतू के विचार पैदा होंगे. इसलिए आप इस समय में अपने वो काम कीजिए जिन्हें करने में आपको मजा आता हो. पेंटिंग, स्केचिंग, सिंगिंग, रीडिंग आदि कर सकती हैं. कहा जाता है कि गर्भावस्था के दौरान मां द्वारा की गई प्रत्येक गतिविधि बच्चे को भी प्रभावित करती है.
2. नींद पूरी न होने की वजह से ​भी तनाव बढ़ता है. इसलिए अपनी नींद का एक समय तय करें और पूरी नींद लें. अगर गर्भवती महिलाएं पूरी नींद लेती हैं तो इसका सकारात्मक प्रभाव बच्चे की शारीरिक और मानसिक सेहत पर भी पड़ता है. साथ ही महिला का हॉर्मोनल स्तर भी नियंत्रित रहता है.
3. योग और मेडिटेशन को तनाव की बेहतरीन दवा माना जाता है. तमाम शोध भी ये बताते हैं कि योग और मेडिटेशन आपके दिमाग को शांत करते हैं और मन को एकाग्र बनाते हैं. गर्भावस्था के दौरान नियमित रूप से ऐसा करने से बच्चे के स्वस्थ विकास में भी मदद मिलती है.
4. प्रेगनेंसी के दौरान आपके शरीर की जरूरतें काफी बढ़ जाती हैं क्योंकि आप अपने साथ एक बच्चे को भी जीवन दे रही होती हैं. इसलिए ऐसे समय पर आपको अपनी डाइट का विशेष रूप से खयाल रखना चाहिए. कई बार शरीर को पूरा पोषण न मिल पाने से भी थकान, इरिटेशन, गुस्सा और तनाव की स्थिति पैदा हो जाती है. अपनी डाइट में फल, हरी सब्जियां, दाल आदि को शामिल करें. विशेषज्ञ द्वारा दिए गए सप्लीमेंट को भी समय से लें.


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