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रिसर्च में बताया- 'ब्रह्म कमल' संजीवनी बूटी के समान, घाव भरने से लेकर इन गंभीर बीमारियों का करता इलाज

Deepa Sahu
24 July 2021 9:30 AM GMT
रिसर्च में बताया- ब्रह्म कमल संजीवनी बूटी के समान, घाव भरने से लेकर इन गंभीर बीमारियों का करता इलाज
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ब्रह्म कमल (Saussurea obvallata) पुष्प का हिंदू धर्म में काफी अधिक महत्व है।

ब्रह्म कमल (Saussurea obvallata) पुष्प का हिंदू धर्म में काफी अधिक महत्व है। विशेष रूप से ये भारत के उत्तराखंड का एक स्वदेशी फूल है जिसका वैज्ञानिक नाम सासेरिया ओबोवेलटा है। राज्य के कुछ हिस्सों में इस फूल की खेती की जाती है और बहुत कम समय के लिए ये दिखता है। उत्तराखंड में पिंडारी से लेकर चिफला, रूपकुंड, हेमकुंड, ब्रजगंगा, फूलों की घाटी, केदारनाथ में भी इस फूल को देख सकते हैं। इस फूल के बारे में बहुत कम लोगों हो जानकारी है लेकिन इसकी खासियत जानेंगे तो आप इसे पाने की लालसा जरूर करेंगे।

इस फूल को लेकर हमने ओरियन ग्रीन की फाउंडर नीता उपाध्याय से बातचीत की। उन्होंने इसके कई लाभ बताए जिसके बारे में शायद ही आपको जानकारी होगी। साथ ही इस पर कई शोध भी हुए हैं। खास बात ये है कि इस फूल का कई औषधियां बनाने में भी प्रयोग किया जाता है। यही वजह है कि उत्तराखंड में इसकी खेती बड़े पैमाने पर होने लगी है। आज हम आपको ब्रह्म कमल से होने वाले कई फायदों के बारे में बता रहे हैं।​
ब्रह्म कमल का धार्मिक महत्व
ब्रह्म कमल या ब्रह्म कमलम एक स्थानीय और दुर्लभ फूल वाले पौधे की प्रजाति है जो मुख्य रूप से भारतीय हिमालयी क्षेत्रों में पाई जाती है। फूल को 'हिमालयी फूलों के राजा' के रूप में भी जाना जाता है। स्टार जैसा दिखने वाला फूल दिखने में बहुत की खूबसूरत है।
ब्रह्मकमल का अर्थ ही है 'ब्रह्मा का कमल' कहते हैं और उनके नाम ही इसका नाम रखा गया है। ऐसा माना जाता है कि केवल भग्यशाली लोग ही इस फूल को खिलते हुए देख पाते हैं और जो ऐसा देख लेता है, उसे सुख और संपत्ति की प्राप्ति होती है। फूल को खिलने में 2 घंटे का समय लगता है। फूल मानसून के मध्य के महीनों के दौरान खिलता है। माना जाता है कि यह पुष्प मां नंदा का पसंदीदा फूल है। इसलिए इसे नंदा अष्टमी में तोड़ा जाता है।
​लिवर के लिए एक्सीलेंट टॉनिक है ब्रह्म कमल
ब्रह्म कमल के खांसी और सर्दी के इलाज से लेकर यौन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने तक कई अद्भुत औषधीय लाभ हैं। एक अध्ययन से पता चला है कि ब्रह्म कमल दिखने में भले ही आकर्षक हो लेकिन इसकी गंध बहुत तेज और कड़वी होती है। अपने इसी गुण के कारण फूल एक एक्सीलेंट लिवर टॉनिक है। यह लिवर पर फ्री रेडिकल्स के हानिकारक प्रभावों को कम करने में मदद करता है। ब्रह्म कमल के फूल से तैयार सूप लिवर की सूजन (inflammation) का इलाज करने और शरीर में रक्त की मात्रा बढ़ाने में मदद कर सकता है। [1]
इस तरह से करता मेंटेन करता है सेक्सुअल हेल्थ
इस फूल यौन स्वास्थ्य (sexual health) को मेंटेन करने में भी मददगार है। एक शोध के अनुसार, ब्रह्म कमलम फूल (Brahma Kamalam flower) बैक्टीरिया के चार स्ट्रेन और फंगस के तीन स्ट्रेन के खिलाफ रोगाणुरोधी (antimicrobial properties) गुण रखता है। बैक्टीरिया के स्ट्रेन में S.aureus और E.coli शामिल हैं, जो यूरिनरी ट्रेक इंफेक्शन (urinary tract infection) के संक्रमण का कारण बन सकते हैं, जबकि फंगस स्ट्रेन में C. albicans शामिल हैं, जो जननांग यानी प्राइवेट पार्ट में खमीर संक्रमण (genital yeast infection) का कारण बनते हैं।
​बुखार के इलाज में मदद करता है
ब्रह्म कमल में ज्वरनाशक (antipyretic properties) गुण होते हैं, जिसका अर्थ है कि यह बुखार का इलाज करने में मदद करता है। हालांकि इस क्षेत्र में अभी और अधिक शोध की आवश्यकता है। कई अध्ययनों में बुखार के इलाज में ब्रह्म फूल के पारंपरिक उपयोग का जिक्र किया गया है, इसका काढ़ा दिन में दो बार पीने से फीवर में राहत मिलती है।
​खांसी और सर्दी को दूर करने में असरदार
ब्रह्म कमल पौधे के फूल व पत्ते खांसी और सर्दी (cough and cold) के इलाज में मदद कर सकते हैं। फूल के एंटी इन्फ्लेमेटरी (anti-inflammatory) और एंटी माइक्रोबियल (antimicrobial) गुण श्वसन मार्ग (respiratory tract) में होने वाली सूजन को कम करने और माइक्रोबेस को रोकने में मदद कर सकते हैं, इसलिए खांसी और सर्दी का इलाज कर सकते हैं। ब्रह्मा फूल अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी अन्य श्वसन समस्याओं के इलाज में भी हेल्प करता है। (3)
​घावों को भरने में मदद करता है
ब्रह्म कमल में एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते हैं और इसलिए यह चोटों के घाव भरने को ठीक करने में मदद कर सकता है। अध्ययनों से पता चलता है कि जब घावों पर लगाया जाता है, तो फूल उस क्षेत्र से चिपक जाता है और उसे सील कर देता है, जिससे रक्तस्राव (Bleeding) बंद हो जाता है और इसके उपचार में मदद मिलती है। इसके अलावा यह तंत्रिका विकारों (nervous disorders) का इलाज करने में भी सहायक है। इस फूल में एसिटिन नामक एक फ्लेवोन होता है जो एक प्राकृतिक एंटी कॉन्वेलसेंट है। ब्रह्मा फूल में कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जैसे एल्कलॉइड, फ्लेवोनोइड्स, टरपेनोइड्स, ग्लाइकोसाइड्स, सैपोनिन्स जो एक अच्छे तंत्रिका तंत्र को बनाए रखने में भी मदद कर सकते हैं।
​ब्रह्म कमल के फायदे
ब्रह्म कमल शरीर में ब्लड प्यूरीफाई यानी खून साफ करने में मदद करता है।
यह प्लेग के इलाज में उपयोगी है।
सांप के काटने का इलाज कर सकते हैं।
गठिया के लिए एक उपाय के रूप में कार्य कर सकता है।
मानसिक स्वास्थ्य विकारों के लिए सहायक।
हृदय विकारों के इलाज में मदद करें।
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