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आज हैं अंतरराष्ट्रीय महामारी तैयारी दिवस, जानिए इसका इतिहास

Triveni
27 Dec 2022 8:49 AM GMT
आज हैं अंतरराष्ट्रीय महामारी तैयारी दिवस, जानिए इसका इतिहास
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फाइल फोटो 

दुनियाभर में आज यानी 27 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय महामारी तैयारी दिवस (International Day of Epidemic Preparedness) मनाया जा रहा है।

जनता से रिश्ता वबेडेस्क | दुनियाभर में आज यानी 27 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय महामारी तैयारी दिवस (International Day of Epidemic Preparedness) मनाया जा रहा है। पूरी दुनिया अब तक कोरोना जैसी भयानक महामारी से जूझ रही है। तीन साल पहले आए इस वायरस का आज तक प्रकोप जारी है। ऐसे में कोरोना की वजह से उत्पन्न हुए हालातों को देखते हुए इस दिवस को मनाने की शुरुआत की गई थी। देश- दुनिया की सरकारों, स्वास्थ्य संगठनों और आम लोगों को किसी भी तरह की महामारी से बचाव और उससे जुड़ी तैयारियों को लेकर प्रेरित करने के उद्देश्य से दो साल पहले इस दिन की शुरुआत की गई थी।

अंतरराष्ट्रीय महामारी तैयारी दिवस का इतिहास
इस सिलसिले में 7 दिसंबर, 2020 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने एक प्रस्ताव पारित करते हुए 27 दिसंबर को महामारी की तैयारी का अंतरराष्ट्रीय दिवस घोषित किया था। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने महामारी की रोकथाम, तत्परता और सहयोग पर जोर देने के लिए इस दिन की घोषणा की थी। साल 2019 में चीन से आए इस भयानक वायरस ने पूरी दुनिया में हाहाकार मचा दिया था। ऐसे में महामारी से बने इस हालात को देखते हुए सबसे पहले 27 दिसंबर, 2020 को महामारी की तैयारी का पहला अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाया गया। वहीं, इस साल 27 दिसंबर को तीसरा अंतर्राष्ट्रीय महामारी तैयारी दिवस मनाया जा रहा है।
अंतरराष्ट्रीय महामारी तैयारी दिवस का मकसद
तीन साल से जारी कोरोना के प्रकोप ने इस दिन को मनाने की प्रेरणा दी थी। कोरोना से बने हालात को देखते हुए कोरोना और अन्य किसी भी महामारी से लड़ने की तैयारी के मकसद से इस दिन की शुरुआत की गई थी। इस दिन का उद्देश्य लोगों को ऐसी महामारी की रोकथाम, बचाव और इससे लड़ने के लिए प्रेरित और जागरूक करना है। विश्व स्वास्थ्य संगठन और संयुक्त राष्ट्र सभा द्वारा इस दिन को मनाने का मकसद सभी देशों को महामारी से बचाव के प्रेरित करना ही नहीं, बल्कि आम जन को इसे लेकर जागरूक करना भी है।
कोरोना ने फिर बढ़ाई चिंता
कई देशों में इस दिन को सिर्फ कोरोना महामारी को रोकने के लिए ही नहीं, बल्कि भविष्य में किसी भी महामारी से लड़ने के लिए अपनी क्षमताओं को बढ़ाने के लिए भी मनाया जाता है। इसके अलावा यह दिन विभिन्न राष्ट्रों को एक साथ आने और संभावित महामारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए एक मंच भी प्रदान करता है। साल 2019 में आए कोरोना वायरस ने लोगों के जीवन पर काफी प्रभाव डाला है। बीते कुछ दिनों से दुनियाभर में एक बार फिर कोरोना को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। कोविड-19 के नए वेरिएंट ने फिर से तबाही मचानी शुरू कर दी है। इसलिए यह बेहद जरूरी है कि कोरोना की रोकथाम के लिए मास्क,टीकाकरण और दूरी का पालन किया जाए।

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