- Home
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- पॉलीसिस्टिक ओवरी...
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम के लक्षणों से राहत पाने के लिए महिलाएं करें ये 4 योगासन
आजकल पीसीओएस महिलाओं में पाई जाने वाली एक आम समस्या हो गई है, इस रोग का सबसे बड़ा कारण खराब दिनचर्या है जिसके चलते शरीर के सारे हार्मोन्स गड़बड़ा जाते हैं. जिससे आपकी ओवरी में सिस्ट बनने शुरू हो जाते हैं जिसकी वजह से मोटापा, अनियमित पीरियड्स, इनफर्टिलिटी और इन्सुलिन रेजिस्टेंस जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. लेकिन, आश्चर्य की बात यह है कि पीसीओएस होने का कोई भी मुख्य कारण अभी तक पता नही चला है.
हेल्थ एक्सपर्ट्स पीसीओएस के लक्षणों से बचने के लिए लाइफस्टाइल में कुछ बदलावों की सलाह देते हैं. जैसे योग, अगर आप रोज योग करती हैं तो इससे आप न केवल पीसीओएस के लक्षणों को कम कर सकते हैं बल्कि इससे होने वाले साइड इफेक्ट्स को भी दूर करने में सहायक हैं, आइए जानते हैं कुछ योगासनों के बारे में.
वायुनिष्कासन :
हेल्थ लाइनके अनुसार अपनी हथेलियों को अपने पैरों के नीचे रखें और अपने अंगूठे को पैर के ऊपर रखें, अपने बॉडी को रेस्ट दें और लम्बी गहरी सांस छोड़ते हुए अपनी पीठ और उंगलियो के साथ अपने पैर को सीधा करें. इस आसन को कम से कम 5 मिनट तक रोज करें.
चक्की चालासन :
इस आसन को करने के लिए आपको अपने दोनो पैरों को फैला कर बैठना हैं और अपनी उंगलियों को इंटरलॉक करके हाथों को एक सीध में रखे.
लंबी गहरी सांस लेते हुए अपने हाथों को सीधा करें और अपने शरीर के ऊपरी हिस्से को जितना हो सके पीछे ले जाएं, फिर अपने हाथो को घुमाए और पैरों के
बाईं तरफ ले आएं.
दोबारा सांस लेते हुए अपनी प्रारंभिक स्थिति में आ जाएं. ये आसन आपकी पेट की चर्बी को कम करने में मदद करता है और ये आसन मासिक धर्म की समस्याओं से निजात दिलाता है.
नमस्कार आसन :
ये आसन करने से आपकी शारीरिक और मानसिक शक्ति और शरीर पर बेहतर नियंत्रण मिलता हैं.
सूर्य नमस्कार योगासनों में सर्वश्रेष्ठ है इस आसन को करने से प्यूबिक एरिया की मसल्स और लोवर अबडॉमिन की मसाज होती है.
ये पीसीओएस को खत्म करने के साथ ही आपकी मेंसुरेशन साइकिल को भी रेगुलर करता है.
नौकाचलानासन :
आपने दोनो पैरो को एक साथ रख कर सामने फैलाएं और आपने दोनो हाथो को ऐसे घुमाएं जैसे कोई नाव पकड़े हुए हैं.
लम्बी गहरी सांस लेते हुए अपनी कमर को अपने शरीर के सामने ऊपर की ओर ले जाएं. आप इसको ऐसे ही लगातार 5 बार करें.
ये आपकी बॉडी की रिप्रोडक्शन और डाइजेस्टिव सिस्टम को दुरुस्त करता है और पेट पर जमी अतिरिक्त फैट को कम करता है.